दिल्ली में मत प्रतिशत कम रहा लेकिन वोट अधिक पड़े, इन दो सीटों पर मतदाताओं ने किया निराश
इस बार लोकसभा चुनाव में करीब आठ लाख 74 हजार मतदाता बढ़ने के कारण मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 52 लाख एक हजार 936 हो गई। जिसमें से 58.70 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया। इस आधार पर इस बार लोकसभा चुनाव में करीब 89 लाख 23 हजार 536 मतदाताओं ने मतदान किया है। वोटों की संख्या के आधार पर पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार अधिक वोट पड़े हैं।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी की सात लोकसभा सीटों के लिए शनिवार को हुए मतदान के बाद राजनीतिक दल व प्रत्याशी वोटों की गुणा गणित में जुटे हुए हैं। लेकिन मत प्रतिशत के आधार पर जीत व हार का आंकलन गलत भी हो सकता है। इसका कारण यह है कि पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार दिल्ली में मत प्रतिशत करीब दो प्रतिशत कम जरूर रहा है, फिर भी वोट पिछले चुनाव से अधिक पड़े हैं।
दिल्ली में इस बार का चुनाव परिणाम मत प्रतिशत के आधार पर नहीं बल्कि मुद्दे के आधार ही तय होगा। दिल्ली के लोगों ने ढांचागत विकास, सुरक्षा, राष्ट्रहित, महंगाई व बेरोजगारी में से जिन मुद्दे पर मतदान अधिक किया है। वे मुद्दे प्रत्याशियों की जीत या हार तय करेंगे। असल में पिछले लोकसभा चुनाव में जब दिल्ली में 60.60 प्रतिशत मतदान हुआ था तब यहां एक करोड़ 43 लाख 27 हजार 649 मतदाता थे। जिसमें 86 लाख 82 हजार 366 मतदाताओं ने वोट डाले थे।
इस बार आठ लाख 74 हजार मतदाता बढ़े
इस बार लोकसभा चुनाव में करीब आठ लाख 74 हजार मतदाता बढ़ने के कारण मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 52 लाख एक हजार 936 हो गई। जिसमें से 58.70 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया। इस आधार पर इस बार लोकसभा चुनाव में करीब 89 लाख 23 हजार 536 मतदाताओं ने मतदान किया है।
इसलिए वोटों की संख्या के आधार पर पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार दो लाख 41 हजार वोट अधिक पड़े हैं। वैसे मतदान का यह फाइनल डाटा नहीं है। मतदान का वास्तविक संख्या थोड़ा कम या ज्यादा भी हो सकती है।
पिछले चुनाव के मुकाबले मतदान कम
यदि दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर हुए मतदान का सीटवार विश्लेषण करें तो नई दिल्ली व चांदनी चौक लोकसभा सीटों के लिए पिछले चुनाव के मुकाबले मतदान कम रहा है। नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक करीब 74,700 व चांदनी चौक में करीब 15,700 वोट कम पड़े हैं। बाकी पांच अन्य संसदीय क्षेत्रों में पिछले चुनाव के मुकाबले पड़े वोटों की संख्या अधिक है।