कुणाल हत्याकांड: रिश्तेदार के बेटे ने बंद किए थे CCTV कैमरे, पूछताछ में बोला- गलती से कर दिया था
ग्रेटर नोएडा में शिव रेस्टोरेंट के व्यापारी कृष्ण कुमार शर्मा के बेटे 15 वर्षीय कुनाल शर्मा की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सात दिन बाद भी पुलिस को किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। जांच में पता चला है कि अपहरण से पहले व्यापारी के रिश्तेदार के नाबालिग बेटे ने सीसीटीवी कैमरे बंद किए थे। इसे लेकर पुलिस ने उससे पूछताछ की।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। बीटा दो कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शिव रेस्टोरेंट के ऑनर कृष्ण कुमार शर्मा के बेटे 15 वर्षीय कुनाल शर्मा की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सात दिन बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।
जांच में पता चला है कि अपहरण से पहले व्यापारी के रिश्तेदार के नाबालिग बेटे ने सीसीटीवी कैमरे बंद किए थे। कैमरे का स्विच बंद करते हुए वह खुद एक अन्य कैमरे में कैद हो गया। जिसने स्विच बंद किया वह कुनाल का गहरा दोस्त था। दोनों एक साथ बाइक पर घूमते थे।
घटना के पर्दाफाश में लगी पुलिस की 11 टीमें
पुलिस ने नाबालिग से पूछताछ की तो उसने बताया कि गलती से स्विच बंद कर दिया था। हालांकि उसने कई बार बयान बदला। एक बार उसने यह भी कहा कि पिता ने कहा था।
अलग-अलग बयान व जांच में मिलने वाले साक्ष्य के बीच पुलिस अटक गई है। पर्दाफाश का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन अभी तक नतीजा शून्य है। घटना के पर्दाफाश में पुलिस की 11 अलग-अलग टीमें लगी हुई है।
पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि कई करीबियों से व्यापारी कृष्ण कुमार शर्मा का अलग-अलग तरह का विवाद चल रहा था। विवाद में हत्या का अंदेशा स्वयं व्यापारी ने वीडियो जारी कर जताया था।
पुलिस की जांच कई अलग-अलग बिंदु पर चल रही है। कौन सा बिंदु सटीक बैठेगा और घटना का पर्दाफाश होगा यह तो समय बताएगा, लेकिन पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन बदमाशों को पकड़ना है जिनको अपहरण के लिए सुपारी दी गई। अपहरण करते दौरान कैमरे में कैद हुआ दिव्यांग, युवती व कार चला रहा बदमाश पुलिस के लिए पहेली बने हुए है।
यह है मामला
रबूपुरा के गांव म्याना के रहने वाले ढाबा संचालक कृष्ण कुमार शर्मा का छोटा बेटा कुनाल कक्षा आठ का छात्र था। बीते बुधवार दोपहर ढाई बजे रेस्टोरेंट पर उनका बेटा कुनाल बैठा था। दोपहर दो बजकर 47 मिनट पर सफेद रंग की स्कोडा गाड़ी आकर रेस्टोरेंट के बाहर रूकी।
जहां कार रूकी, उसके दाएं तरफ सफेद रंग के कपड़े पहने हुए एक दिव्यांग व्यक्ति पहले से खड़ा था। कार से एक युवती ढाबे पर गई और उसने पनीर व रोटी का आर्डर दिया। अन्य आर्डर के लिए वह कुनाल को कार तक ले गई। कार के बाएं तरफ से युवती ने कवर किया और दाएं तरफ से दिव्यांग ने कवर किया।
छात्र के बीच में बैठते ही तेज स्पीड में कार लेकर आरोपित फरार हो गए। दिव्यांग व्यक्ति ने अपना मुंह सफेद गमछा से ढका हुआ था। कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। इस अपहरण का सीसीटीवी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है। रविवार सुबह छात्र का शव बुलंदशहर में मिला। उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद बीटा दो कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
हम घटना के पर्दाफाश के करीब पहुंच गए है। जल्द ही मामले का पर्दाफाश किया जाएगा। पुलिस की 11 टीमें लगी हुई है।
शिव हरि मीणा, अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था गौतमबुद्धनगर)
प्रवीण विक्रम सिंह