Lok Sabha Election Nomination: गुड़गांव में नामांकन शुरू, कांग्रेस प्रत्याशी का इंतजार; टिकट के दावेदारों में ये नाम आगे
गुड़गांव लोकसभा सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है लेकिन अभी तक कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तय नहीं हो सका है। गुड़गांव सीट से अभी तक दो नामों पर ही प्रदेश चुनाव समिति फंसी थी लेकिन अब एक और नाम इसमें शामिल हो गया है। यह नाम है वर्धन यादव का। वर्धन यादव यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं।
विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। गुड़गांव लोकसभा सीट के लिए सोमवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक कांग्रेस पार्टी अपने प्रत्याशी का नाम फाइनल नहीं कर सकी है।
गुड़गांव सीट से अभी तक दो नामों पर ही प्रदेश चुनाव समिति फंसी थी, लेकिन अब एक और नाम इसमें शामिल हो गया है। यह नाम है वर्धन यादव का। वर्धन बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से आते हैं और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं।
कांग्रेस नेता वर्धन यादव ने भी किया था आवेदन
चुनाव की घोषणा होने के एक महीने पहले ही कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति ने जिले के नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। इसमें कांग्रेस नेता वर्धन यादव ने भी आवेदन किया था। हालांकि, जो नामों का पैनल प्रदेश चुनाव समिति ने आगे बढ़ाया था, उसमें इनका नाम शामिल नहीं था।
उस पैनल में कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, विधानसभा में उपनेता आफताब अहमद, राव दान सिंह और कैप्टन अजय सिंह का नाम था। आगे जाकर सिर्फ दो नामों पर चर्चा रही, इसमें कैप्टन अजय सिंह यादव और फिल्म अभिनेता राज बब्बर दावेदार बताए गए।
25 अप्रैल को कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा में गुड़गांव सीट छोड़कर अन्य सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। गुड़गांव सीट पर प्रत्याशी का नाम उस समय न आना कैप्टन अजय यादव की ओर से एक दिन पहले की गई बयानबाजी था।
कैप्टन अजय यादव ने राज बब्बर की दावेदारी पर उठाए थे सवाल
अपनी टिकट कटने की आशंका को देखते हुए कैप्टन ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद राज बब्बर की गुड़गांव सीट से दावेदारी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि राज बब्बर बाहरी हैं और पांच साल तक गुरुग्राम में पसीना नहीं बहाया।
गुड़गांव सीट पर घमासान को देखते हुए अब वर्धन यादव का नाम भी टिकट के दावेदारों में जोड़ा गया है।बताया जाता है कि वर्धन यादव दीपेंद्र हुड्डा के करीबियों में से एक हैं। वहीं अब तक किसी भी प्रत्याशी का नाम फाइनल न होने से कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी असमंजस की स्थिति में हैं।