भारत से विदेश भेजता सिमें, फिर खोलते फर्जी कॉल सेंटर और करते भारतीयों से ठगी, गिरोह का नेपाली सदस्य गिरफ्तार
एसटीएफ नोएडा की टीम ने रविवार दोपहर फर्जी आईडी पर सिम एक्टिवेट कर थाईलैंड नेपाल और कंबोडिया में सप्लाई करने वाले गिरोह के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। इस सिम की मदद से विदेश में बैठे ठग ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं। आरोपित की पहचान नेपाल के जिला सोलुखुंब के सुनील खडका के रूप में हुई है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। एसटीएफ नोएडा की टीम ने रविवार दोपहर फर्जी आईडी पर सिम एक्टिवेट कर थाईलैंड, नेपाल और कंबोडिया में सप्लाई करने वाले गिरोह के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। इस सिम की मदद से विदेश में बैठे ठग ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं।
आरोपित की पहचान नेपाल के जिला सोलुखुंब के सुनील खडका के रूप में हुई है। इसके पास से फर्जी आईडी पर एक्टिवेट किए गए 33 सिम, दो नेपाली पासपोर्ट, दो मोबाइल फोन, एक मैकबुक, आधार कार्ड, पेन कार्ड, चेकबुक आदि बरामद हुआ है।
एसटीएफ नोएडा यूनिट के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि टीम को विश्वसनीय जानकारी मिली कि एक गिरोह है जो फर्जी आईडी पर सिम खरीदकर उन्हें भारत से बाहरी देशों में भेजता है। सिम कार्ड का प्रयोग करके इनके गिरोह द्वारा कंबोडिया में स्थापित कॉल सेंटर के माध्यम से भारतीयों से धोखाधड़ी करते हैं।
इसी गिरोह का एक सदस्य सुनील खडका, जो कोतवाली बिसरख की एक घटना में आरोपितों के पकड़े जाने के बाद कोलकाता होते हुए थाईलैंड भाग गया था। 19 अप्रैल को दोबारा भारत आया है और नोएडा के क्राउन प्लाजा होटल में रुका है।
सूचना पर टीम ने होटल पहुंची और पूछताछ के लिए कार्यालय लाकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पूछताछ पर बताया कि उसने नेपाल से ही एमए एवं पीएचडी की पढ़ाई की है। वह वर्ष 2007 में व्यापार करने के लिए बैंकाक थाईलैंड चला गया था और वहीं पर रहने लगा। थाईलैंड में रहकर ही उसने क्रिप्टो करेंसी खरीदने, बेचने का काम करना शुरू कर दिया।
कुछ समय पूर्व नेपाली दोस्त के माध्यम से नेपाल के श्याम उर्फ घनश्याम अधिकारी के संपर्क में आ गया। इसके बाद उसके साथ मिलकर साइबर अपराध में शामिल हो गया। भारतीय नागरिकों से धोखाधड़ी करके धनराशि ट्रांसफर करा लेते थे।
ऐसे करते थे ठगी
सुनील खडका द्वारा थाईलैंड में होटल बुकिंग करने के लिए वेबसाइट भी बनाई हुई थी जिसमें इसने टूडी गेटवे लगा रखा था। इसके साथी डार्कवेब से विभिन्न केडिट कार्डों का डेटा चोरी करके इनकी वेबसाइट पर बुकिंग करते थे जिसमें कार्ड धारक के पास कोई ओटीपी भी नहीं जाता था, लेकिन उनके क्रेडिट कार्ड से पैसा थाईलैंड में ट्रांसफर हो जाता था।
जिसे ये लोग आपस में बांट लेते थे। इसके अलावा अन्य प्रकार के साइबर फ्राड भी चीनी नागरिकों के साथ मिलकर काल सेंटर बनाकर करते थे। इस पैसे को यूएसडीटी एवं अन्य क्रिप्टो करेंसी में हवाला के माध्यम से सुनील विभिन्न सदस्यों को भेजता था।
नेपाल के रास्ते भेजे जाते थे सिम
श्याम उर्फ घनश्याम अधिकारी के ही कहने पर सुनील खडका द्वारा बड़ी संख्या में एक्टिवेट भारतीय सिम को नेपाल के रास्ते थाईलैंड, कंबोडिया, नेपाल भेजा जाने लगा था। 4 मार्च 2024 को गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा नेपाल के अनिल थापा एवं चीनी नागरिक शू योमिंग तथा गौतमबुद्ध नगर के गांव कटहैरा के विनोद उर्फ अगस्तया भाटी को गिरफ्तार किया गया था। जिनके कब्जे से काफी संख्या में एक्टिवेट सिम बरामद हुए थे। इस संबंध में कोतवाली बिसरख में भी मुकदमा दर्ज है।