Delhi Lok Sabha Election: 25 मई को दिल्ली में 62 हजार से अधिक सुरक्षा बलों की होगी तैनाती, 150 ड्रोन रखेंगे पैनी नजर
विशेष आयुक्त स्पेशल सेल आरपी उपाध्याय ने कहा कि चुनाव बिल्कुल निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके इसके लिए तमाम तरह के बंदोबस्त किए गए हैं। करीब 65 कंपनी यानी 6500 अर्द्ध सैनिक बलों को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। अर्द्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ एसएसबी मेघालय आर्म्ड फोर्स मध्य प्रदेश आर्म्ड फोर्स मिजोरम आर्म्ड फोर्स बंगाल आर्म्ड फोर्स व नागालैंड आर्म्ड फोर्स के जवान रहेंगे।
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में 25 मई को होने वाले मतदान की सुरक्षा तैयारियां दिल्ली पुलिस ने अर्द्धसैनिक बलों के साथ मिलकर पूरी कर ली हैं। पिछले करीब चार माह से दिल्ली पुलिस सुरक्षा तैयारियों में जुटी हुई थीं, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में सुरक्षा के बेहद चाक चौबंद बंदोबस्त किए गए हैं। हर मतदान केंद्र पर जरूरत के हिसाब से पर्याप्त संख्या में अर्द्ध सैनिक बलों, होमगार्ड, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों व जवानों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
इस बार करीब 150 ड्रोन के बंदोबस्त किए गए हैं, जिनसे मतदान केंद्रों पर नजर रखी जाएगी। इनमें 48 ड्रोन चुनाव आयोग की तरफ से दिल्ली पुलिस को दिए गए हैं। बाकी ड्रोन का बंदोबस्त सभी 15 जिलों के डीसीपी ने अपने-अपने स्तर पर किया है।
6500 अर्द्ध सैनिक बलों को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया
यह जानकारी चुनाव को लेकर नोडल अधिकारी बनाए गए विशेष आयुक्त, स्पेशल सेल, आरपी उपाध्याय ने दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि चुनाव बिल्कुल निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके इसके लिए तमाम तरह के बंदोबस्त किए गए हैं। करीब 65 कंपनी यानी 6500 अर्द्ध सैनिक बलों को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है।
अर्द्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ, एसएसबी, मेघालय आर्म्ड फोर्स, मध्य प्रदेश आर्म्ड फोर्स, मिजोरम आर्म्ड फोर्स, बंगाल आर्म्ड फोर्स व नागालैंड आर्म्ड फोर्स के जवान रहेंगे। इनमें 51 कंपनी अर्द्ध सैनिक बलों की 25 मई की रात तक ही ड्यूटी रहेगी। अगले दिन 26 मई से चार जून तक के लिए 14 कंपनी अन्य अर्द्ध सैनिक बलों की ड्यूटी रहेगी। इनमें दो-दो कंपनी अर्द्ध सैनिक बलों की सभी सातों मतगणना केंद्रों पर तैनात रहेंगी।
इवीएम को 45 दिनों तक रखा जाता है सुरक्षित
आरपी उपाध्याय का कहना है कि चार जून के बाद प्रत्याशियों को ईवीएम पर आरोप प्रत्यारोप लगाने का समय दिया जाता है। इसके लिए 45 दिनों तक इवीएम को सुरक्षित रखा जाता है। चार कंपनी अर्द्ध सैनिक बलों की चार जून से अगले 45 दिनों तक चार मतगणना केंद्रों पर तैनाती रहेंगी। इसलिए अलग-अलग फेज में अर्द्ध सैनिक बलों को जरूरत के हिसाब से बुलाया जाएगा।
इसके अलावा 19 हजार होमगार्ड को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा, जिनमें चार हजार दिल्ली, आठ हजार राजस्थान, चार हजार मध्य प्रदेश व तीन हजार उत्तराखंड से होमगार्ड बुलाए गए हैं। सभी 13,637 मतदान केंद्रों पर एक-एक और कहीं दो को तैनात किया जाएगा। इनका काम मुख्य रूप से मतदान करने आने वाले लोगों में लाइन में लगवाने का होता है। 429 मतदान केंद्रों को संवेदनशील व अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।
सुरक्षाबलों को 24 मई की शाम को केंद्रों पर भेजा जाएगा
इन केंद्रों पर एक-एक सेक्शन अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा सीमाओं, पेट्रोलिंग अन्य कार्यों में अर्द्ध सैनिक बलों की ड्यूटी ली जाएगी। जिन मतदान केंद्रों पर पांच बूथ हैं, वहां एक-एक इंस्पेक्टर व जहां बूथों की संख्या छह से अधिक है वहां एक-एम एसीपी की तैनाती रहेगी। 24 मई की शाम को सभी को मतदान केंद्रों पर भेज दिया जाएगा। रात में सभी वहीं पर रहेंगे। अगले दिन सुबह से उनकी मतदान केंद्रों पर ड्यूटी रहेगी। आरपी उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली पुलिस के 35 हजार कर्मियों की चुनाव में ड्यूटी रहेगी।
थानों में 30-35 प्रतिशत पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे। बाकियों की चुनाव में ड्यूटी रहेगी। कई ऐसे मतदान केंद्र हैं जहां केवल एक ही बूथ रहेगा वहां तीन-तीन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी। डीएम के जरिए सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। करीब 48 ड्रोन चुनाव आयोग ने पुलिस को मुहैया कराए हैं। इसके अलावा 100 से अधिक ड्रोन का सभी 15 जिलों के डीसीपी ने अपने-अपने स्तर पर बंदोबस्त किया है।
पूरी दिल्ली में 70 पिंक बूथ बनाए जाएंगे
उन्होंने कहा कि इस बार 70 पिंक बूथ रहेंगे। उक्त बूथों पर सभी तरह की कर्मचारी महिलाएं ही होंगी। 17 बूथ ऐसे होंगे जहां विकलांग कर्मचारियों की तैनाती होगी। 802 पीसीआर पूरी दिल्ली में घूमकर पेट्रोलिंग करेगी। पीसीआर को पूरी तरह अलर्ट मोड पर रखा जाएगा। 162 प्वाइंट पर इंटर स्टेट बार्डर चेकिंग रहेगी।
हरियाणा में भी 25 मई को ही चुनाव है इसलिए दिल्ली-हरियाणा सीमा पर दोनों राज्यों की पुलिस की संयुक्त चेकिंग होगी। पश्चिमी यूपी में 25 मई को चुनाव नहीं है। ऐसे में यूपी पुलिस को सीमा सील कर देने को कहा गया है। सभी जिले में रिजर्व पुलिसकर्मियों के भी बंदोबस्त किए गए हैं जिन्हें जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जाएगा।