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दिल्ली के पास इस एक्सप्रेस-वे पर दौड़ती है मौत, जानिए ऐसा क्यों

प्रदेश के पहले एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे (यमुना एक्सप्रेस-वे) पर मथुरा से गौतमबुद्ध नगर तक ओवर लोड ट्रैक्टर ट्रॉली के रूप में मौत दौड़ती है। मथुरा व अलीगढ़ जिले से ईंट से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली एक्सप्रेस-वे पर रास्ते गौतमबुद्ध नगर तक आते हैं। रास्ते में जेवर टोल प्लाजा को क्रॉस करते हैं। यातायात पुलिस इन ओवर लोड ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने में पूरी तरह से नाकाम है।

By Arvind Mishra Edited By: Geetarjun Published: Sat, 25 May 2024 08:11 PM (IST)Updated: Sat, 25 May 2024 08:11 PM (IST)
दिल्ली के पास इस एक्सप्रेस-वे पर दौड़ती है मौत, जानिए ऐसा क्यों?

अरविंद मिश्रा, ग्रेटर नोएडा। प्रदेश के पहले एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे (यमुना एक्सप्रेस-वे) पर मथुरा से गौतमबुद्ध नगर तक ओवर लोड ट्रैक्टर ट्रॉली के रूप में मौत दौड़ती है। मथुरा व अलीगढ़ जिले से ईंट से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली एक्सप्रेस-वे पर रास्ते गौतमबुद्ध नगर तक आते हैं। रास्ते में जेवर टोल प्लाजा को क्रॉस करते हैं। लेकिन एक्सप्रेस-वे पर संचालन कर रही कंपनी जेपी इंफ्राटेक से लेकर यातायात पुलिस इन ओवर लोड ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने में पूरी तरह से नाकाम है।

यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई। लेकिन तेज गति से दौड़ते वाहनों के लिए एक्सप्रेस-वे पर गुजरने वाले धीमी गति वाहन हादसे का बड़ा कारण बन गए हैं।

इसका खामियाजा तेज गति वाहनों में सवार लोगों को भुगतना पड़ रहा है। तेज गति व धीमी गति वाहनों के टकराने के एक्सप्रेस-वे पर कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

एक्सेस कंट्रोल व कैमरों की निगरानी भी फेल

यमुना एक्सप्रेस-वे एक्सेस कंट्रोल है, एक्सप्रेस-वे पर कैमरे लगे हैं। आइआइटी दिल्ली के सुझाव पर कैमरों की संख्या को बढ़ाकर दोगुना भी हुई है, लेकिन यह यवस्था एक्सप्रेस-वे पर धड़ल्ले से दौड़ते ओवर लोड व धीमी गति वाहनों के सामने फेल है। एक्सप्रेस-वे से प्रतिदिन 200 से 250 ओवर लोड ट्रैक्टर ट्रॉली ईंट लेकर गुजरते हैं।

गौतमबुद्ध नगर में ईंट की मांग पूरी करने के लिए मथुरा अलीगढ़ से आती हैं ट्रैक्टर ट्रॉली

गौतमबुद्ध नगर में निर्माण कार्य बड़े पैमाने पर हो रहा है। ईंट की मांग काफी अधिक है, लेकिन जिले में जमीनों के अधिगृहीत होने व ईंट भट्ठों के बंद होने के कारण यह मांग पूरी नहीं हो पाती। जिले में 70 के करीब भट्ठे हैं। प्रदूषण को देखते हुए एनटीजी ने इनके संचालन पर रोक लगा दी थी। जिगजैग तकनीकी आधारित करीब पचास भट्ठों को बंद में संचालन की अनुमति दी गई, लेकिन जिले में ईंट की मांग को देखते हुए यह नाकाफी है। इसके अतिरिक्त यहां ईंट की कीमत भी अधिक है।

इसलिए मथुरा के बाजना, अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र से बड़े पैमाने पर जिले में ट्रैक्टर ट्रॉली के जरिये ईंट जाती है। इसकी कीमत भी अपेक्षाकृत कम होती है। जिले के सापेक्ष करीब एक से डेढ़ हजार रुपये की बचत होती है।

एक्सप्रेस-वे पर रजिस्टर्ड ट्रैक्टर ट्रॉली का संचालन मान्य है। ओवर लोड वाहनों पर कार्रवाई यातायात पुलिस करती है। शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक ट्रैक्टर ट्रॉली का एक्सप्रेस-वे पर संचालन पर रोक है। -जेके शर्मा, प्रबंधक जेवर टोल प्लाजा

एक्सप्रेस-वे पर कामर्शियल कार्यों में शामिल ट्रैक्टर ट्रॉली व धीमी गति वाहनों का संचालन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। एक्सप्रेस-वे संचालन कर रही कंपनी को पत्र भेजा गया है। एक्सप्रेस-वे पर हादसों को रोकने के लिए आईआईटी दिल्ली के सुझावों को पूरी तरह से अपनाया गया है। -डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

यमुना एक्सप्रेस-वे पर प्रतिबंधित वाहनों के खिलाफ नियमित कार्रवाई होती है। उनके चालान काटे जाते हैं। प्रतिबंधित वाहनों को प्रवेश बिंदुओं पर ही रोकने की जरूरत है। -अनिल यादव, डीसीपी ट्रैफिक


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