सावधान! गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लेकर फोन करना, कर सकता है आपका खाता खाली
यदि आप भी बैंक या किसी अन्य कंपन का नंबर प्राप्त करने के लिए गूगल की मदद लेते हैं तो जरा सावधान हो जाए। गूगल पर साइबर ठगों ने ऐसा जाल फैलाया हुआ है जिससे फंस कर आप अपना खाता खाली करा सकते हैं। गूगल पर उपलब्ध इन नंबरों पर संपर्क करने पर यह खुद को कस्टर केयर अधिकारी बताकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं।
मनीष राणा, नई दिल्ली। यदि आप भी बैंक या किसी अन्य कंपन का नंबर प्राप्त करने के लिए गूगल की मदद लेते हैं, तो जरा सावधान हो जाए। गूगल पर साइबर ठगों ने ऐसा जाल फैलाया हुआ है, जिससे फंस कर आप अपना खाता खाली करा सकते हैं। गूगल पर उपलब्ध इन नंबरों पर संपर्क करने पर यह खुद को कस्टर केयर अधिकारी बताकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर उन्हें चपत लगा देते हैं।
ऐसा ही ताजा मामला उत्तर दिल्ली के रूप नगर निवासी एक व्यक्ति के साथ हुआ है। व्यक्ति ने लोन लेने के लिए गूगल पर टाटा कैपिटल का नंबर सर्च किया, जो नंबर मिला उस पर संपर्क किया।
सामने वाले ने खुद को टाटा कैपिटल का कर्मचारी बताते हुए लोन पास होने की बात कहकर ऐसा बातों में लिया कि लोन का पैसा जारी करने के लिए टीडीएस के नाम पर 34 हजार से ज्यादा पैसा ऐंठ लिया और आज तक लोन नहीं आया। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने उत्तरी दिल्ली साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है।
दो मई को साइरब थाने में दी अपनी
चार मई को उत्तरी दिल्ली साइबर थाने में दर्ज एफआईआर में पीड़ित मुकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि। दो मई को उन्हें कुछ पैसे की आश्यकता थी,तो लोन लेने के लिए गूगल पर टाटा कैपिटल के कस्टमर केयर का नंबर तलाश किया। जो मोबाइल नंबर मिला उस पर फोन करने पर सामने वाले ने टाटा कैपिटल का कर्मचारी बताया और कहा कि आपसे लोन के संबंध में दूसरे मोबाइल नंबर से संपर्क करेंगे।
थोड़ी देर दूसरे नंबर से फोन आया और फोन करने वाले ने खुद को टाटा कैपिटल से बताते हुए कहा कि आपका 75,000 रुपये का लोन हो जाएगा। इसके बाद फिर एक अलग नंबर से फोन आया है 75,000 रुपये के लोन के लिए 4741 रुपये अपने दिए बैंक खातें में ट्रांसफर करने करने के लिए बोला,जो पीड़ित ने कर दिया। इसके बाद लोन के लिए 13500 और 15840 रुपये फिर से बैंक खाते में डलवाए। इस तरह से कुल
34080 रुपये भेजने बाद लोन नहीं आया। इसके बाद जालसाजों ने टीडीएस के नाम पर 18676 और मांगे। इस पर पीड़ित को अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ और उसने एनसीआरपी पर शिकायत दर्ज कराई। उत्तरी दिल्ली साइबर थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
गूगल से नंबर लेकर काल करने पर ठगी का शिकार हाेने के मामले पहले भी सामने आते रहें हैं। साइबर ठग लोगों को इसमें लाखों की चपत लगा चुके हैं।
बुजुर्ग को लगी थी तीन लाखा से ज्यादा की चपत
चार अप्रैल 2024 को मामला सामने आया था, जिसमें खाना आने में देरी होने पर आर्डर का पैसा वापस पाने के लिए एक बुजुर्ग ने गूगल पर स्विगी के कस्टमर केयर का नंबर खोजा और जो नंबर मिला उस उस पर फोन मिला दिया। फोन करने वाले जालसाजों ने बुजुर्ग से उनके क्रेडिट कार्ड की डिटेल लेकर उनके खाते से तीन लाख से ज्यादा लेनदेन किया था। इसको लेकर बुजुर्ग के बेटे निखिल ने सोशल मीडिया पर पूरा वाक्या बताया था।
गूगल पर नंबर डालकर 100 से ज्यादा लोगों को ठगने वाले चढे़ पुलिस के हत्थे
पांच मार्च को दक्षिणी जिले की साइबर थाना पुलिस टीम ने गूगल पर फर्जी कस्टमर केयर मोबाइल नंबर डालकर निर्दोष लोगों को ठगने वाले साइबर ठगों के रैकेट का भंडाफोड़ किया। तीन आरोपितों रितिक कुमार,मनीष कुमार और संजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों से छह मोबाइल फोन, एक पासबुक और एक सिम बरामद किया गया था। आरोपितों ने घरेल आटा मशीन खरीदने वाली महिला को चूना लगाया था।
आरोपित गूगल पर किसी कंपनी या किसी जरूरत के लिए अपना मोबाइल नंबर डालते थे। इसके बाद ये पीडि़त के साथ ठगी करते थे। आरोपी 100 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं। आरोपितों ने नई दिल्ली निवासी शिकायतकर्ता एक महिला को 1,29,000 रुपये की चपत लगाई थी।