Delhi Dust Storm: 92 KM तक की रफ्तार से चली आंधी, कहीं गिरे पेड़ तो कहीं इमारतें क्षतिग्रस्त; 3 की मौत दर्जनों घायलों
Death due to Delhi dust storm दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार रात अचानक आए आंधी-तूफान और बारिश ने तबाही मचा दी। इसकी वजह से कुल तीन की मौत हो गई वहीं दर्जनों लोग घायल हुए। दिल्ली में पेड़ उखड़ने से छह लोग घायल हुए। इमारत छतिग्रस्त होने से 17 लोग घायल हैं। पुलिस की पीसीआर को पेड़ उखड़ने की 152 मकान गिरने की 55 और बिजली कटने की 202 कॉल मिली।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। शुक्रवार रात करीब 10 बजे आई तेज धूल भरी आंधी ने दिल्ली को झकझोर कर रख दिया। आंधी की रफ्तार 40 से 94 किमी प्रति घंटे तक रही और इसका असर लगभग एक घंटे तक रहा।
आंधी के बाद हल्की वर्षा भी हुई। आंधी की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई जगह पेड़ टूटकर गिर गए। धूल के बवंडर में लोगों के लिए वाहन चलाना मुश्किल हो गया।
ऐसे में बहुत से चालक तो जहां थे वहीं खड़े होकर यह आंधी थमने का इंतजार करने लगे। आंधी की सबसे तेज रफ्तार राजधानी के पालम इलाके में 92 किमी प्रति घंटा रही।
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आईजीआई पर उड़ानें प्रभावित
धूल भरी आंधी के कारण आईजीआई एयरपोर्ट पर कई उड़ानें प्रभावित हुई। प्रभावित उड़ानें एयरपोर्ट पर आंधी के थमने तक ठहरी रहीं। करीब दो दर्जन उड़ानें विलंब से रवाना हुई।
डायल के अनुसार दो उड़ान जो दिल्ली की ओर आ रही थी, उन्हें जयपुर डाइवर्ट करना पड़ा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के साथ साथ ईरान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की वजह से यह आंधी चली।
इस साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर उत्तर पश्चिमी राजस्थान तक था। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार और रविवार को भी दिल्ली में तेज हवा के साथ हल्की वर्षा होने के आसार हैं। इसके चलते तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
दो दिन का येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने दो दिन के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के उत्तरी हिस्से में अब बदलाव देखने को मिलेगा। इसके चलते उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात, तेज वर्षा जैसी गतिविधियां हो सकती हैं।
वहीं, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भी तेज हवा के साथ हल्की वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस दौरान हवा की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
मलबा हटाती जेसीबी
वहीं, शुक्रवार को दिल्ली में सुबह ही तेज धूप निकल गई थी, लेकिन बीच-बीच में बादलों की आवाजाही भी चलती रही। इसीलिए तापमान में भी तेजी से इजाफा नहीं हुआ। अधिकतम तापमान 39 डिग्री और न्यूनतम 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 69 से 43 प्रतिशत के बीच रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। वहीं, रविवार इसमें दो डिग्री तक गिरावट भी दर्ज की जा सकती है।
#WATCH | Delhi: A pandal in Rohini's Japanese Park collapsed after gusty winds hit the National Capital & the adjoining areas, yesterday.
A change in the weather was experienced in the National Capital after Delhi and the adjoining areas experienced a duststorm last night. pic.twitter.com/hiDA52qOAy— ANI (@ANI) May 11, 2024
मध्यम श्रेणी में रही दिल्ली की हवा
उधर, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआइ 180 रहा। इस स्तर की हवा को 'मध्यम' श्रेणी में रखा जाता है। अगले दो दिनों के दौरान भी वायु गुणवत्ता का स्तर इसी के आसपास रहने की संभावना है। कहां कितनी रही आंधी की रफ्तार (किमी प्रति घंटा) पालम - 92 उजवा - 77 जाफरपुर - 57 लोधी रोड - 61 प्रगति मैदान - 63 पीतम पुरा - 57 नारायणा - 50 नजफगढ़ - 40
शटरिंग और दीवार गिरने से एक की मौत, सात घायल
नोएडा में शुक्रवार रात रुक-रुककर आई आंधी ने शहर में जमकर तांडव मचाया। सेक्टर-62 स्थित एलआइसी बिल्डिंग के पास लोहे की शटरिंग गिरने से चार लोग घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया।
इनमें से एक की देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई। मरने वाले की पहचान 50 वर्षीय जय गोविंद झा के रूप में हुई है।
गाजियाबाद: आंधी में गिरी मकान की छत, दो लोग घायल
तेज आंधी में शुक्रवार रात को गाजियाबाद के लोनी की विकास कुंज कॉलोनी में एक मकान की छत गिर गई। मकान में मौजूद नरेश कुमार बेदी में उनकी पत्नी घायल हो गए।
आसपास के लोगों ने मलवा हटाकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। दोनों घायलों का निजी चिकित्सालय में उपचार कराया। हादसे में किस्सा किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है।
वहीं दिल्ली सहारनपुर हाईवे पर कई जगह पेड़ टूटकर गिर गए। भोपुरा लोनी रोड पर भी कई जगह यूनिपोल, बिजली के पोल और पेड़ गिर गए। जिस वजह से कई जगह जाम लग गया।
देर रात तक सड़क से पेड़ों को नहीं हटाया गया था। वही बिजली गुल होने से लोग परेशान हो गए देर रात तक बिजली की आपूर्ति सुचारू नहीं की गई।