ग्राउंड रिपोर्ट: स्थानीय मुद्दों के साथ दुनिया में देश की छवि को महत्व दे रहे लक्ष्मी नगर के लोग
इस सीट पर भाजपा और आइएनडीआइ गठबंधन से आप प्रत्याशी के बीच मुकाबला है। इनमें से किसी का जोर पार्किंग पानी और अनियोजित विकास जैसे स्थानीय मुद्दों तक सीमित रहा। कुछ क्षेत्रीय मुद्दों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को तवज्जो देते दिखे। अधिकतर का मत यही था कि सरकार स्थायी बननी चाहिए चुनाव के बाद दलों में टूट-फूट नहीं होनी चाहिए।
आशीष गुप्ता, पूर्वी दिल्ली। शकरपुर उपाध्याय चौक...। मंगलवार सुबह नौ बजे, एक चुनावी रैली निकली। पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र के इस इलाके से एक नेताजी लोगों से हाथ जोड़ते हुए वोट की अपील कर आगे बढ़ गए।
नेताजी के थोड़ी दूर निकलते ही वहां चाय की टपरी पर जमा लोग आपस में चुनावी चर्चा करने लगे। इस सीट पर भाजपा और आइएनडीआइ गठबंधन से आप प्रत्याशी के बीच मुकाबला है।
इनमें से किसी का जोर पार्किंग, पानी और अनियोजित विकास जैसे स्थानीय मुद्दों तक सीमित रहा। कुछ क्षेत्रीय मुद्दों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को तवज्जो देते दिखे। अधिकतर का मत यही था कि सरकार स्थायी बननी चाहिए, चुनाव के बाद दलों में टूट-फूट नहीं होनी चाहिए।
"पार्टी और प्रत्याशी के कोई मायने नहीं"
शकरपुर कंप्यूटर मार्केट और सीए काेचिंग के लिए जाना जाता है। यहां कि कंप्यूटर मार्केट में नया-पुराना हर तरह का सामान आसानी से मिल जाता है। यहां के दुकानदार विशाल चौहान से चुनाव पर चर्चा छेड़ी तो वह सीधे बोले, उनके लिए पार्टी और प्रत्याशी के कोई मायने नहीं, वोट उसको देंगे जो देश हित का काम करेगा।
इसी क्षेत्र के एक कोचिंग सेंटर में काम कर रहे स्वर्णिम का कहना था कि उनकी आय सीमित है, इसलिए वह उस पार्टी को ही वोट देंगे जो उन जैसे लोगों के हित के बारे में सोचे। लक्ष्मी नगर मार्केट के सुभाष चौक के आसपास के दुकानदारों का कहना था कि राजनीतिक दलों के पास उस वर्ग को लाभ देने की योजनाएं हैं, जिसका योगदान देश की प्रगति में नगण्य है।
किसी दल के पास नहीं व्यापारियों के लिए कोई योजना
सबसे अधिक टैक्स देकर राष्ट्र के विकास में व्यापारियों के लिए कोई योजना किसी दल के पास नहीं है। लेकिन अनुच्छेद 370 खत्म होने और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के बनने से यहां के अधिकतर व्यापारी गद-गद नजर आए।
लक्ष्मी नगर मेन मार्केट में रेडीमेड कपड़ों के दुकानदार रमेश रावत का कहना था कि किसी दल के लिए मुफ्त की रेवड़ी बांटना ठीक नहीं, इससे लोगों की आदत खराब होती है। देश और दुनिया पर जिसका प्रभाव ज्यादा हो, उस दल को महत्व देना चाहिए। रमेश पार्क के लोगों का कहना है कि धर्म और जाति के आधार पर वोट नहीं करना।
यहां दुकान चला रहे कासिम का कहना है कि बीते सालों में देश ने तरक्की की, लेकिन आपसी मतभेद लोगों में बढ़े वह ठीक नहीं हुआ। ललिता पार्क, किशन कुंज, बैंक एन्क्लेव, गुरु अंगद नगर के लोगों में वर्तमान सांसद को लेकर काफी रोष दिखा।
लक्ष्मी नगर
- कुल मतदाता : 198617
- पुरुष मतदाता : 108877
- महिला मतदाता : 89730
- ट्रांसजेंडर मतदाता : 10
- नए वोट 2100 (1190 युवक, 910 युवतियां)
- 80 वर्ष से अधिक के मतदाता : 3045 (1608 पुुरुष,1437 महिलाएं)
- दिव्यांग मतदाता : 689 (391 पुुरुष,298 महिलाएं)
पिछले लोकसभा चुनावों में लक्ष्मी नगर के लोगों के मतदान रुख
लोकसभा चुनाव | भाजपा | आप | कांग्रेस |
वर्ष 2014 | 72458 | 35839 | 17457 |
वर्ष 2019 | 82650 | 21200 | 25666 |