Delhi Crime: गुजरात से दो शातिर जालसाज गिरफ्तार, सैकड़ों लोगों से एक करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुका है गिरोह
दिल्ली पुलिस ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजार में निवेश कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता पाई है। दिल्ली पुलिस ने गुजरात से दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह देशभर के सैकड़ों लोगों से एक करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी कर चुका है। दोनों आरोपित अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर निवेश कराने के बहाने ठगी कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजार में निवेश कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गुजरात से दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। गिरोह देशभर के सैकड़ों लोगों से एक करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी कर चुका है।
दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि आरोपितों की पहचान गुजरात के वडनगर स्थित घिकांटा रोड निवासी धार्मिक मोदी और अरुणजी बकाजी ठाकुर के रूप में हुई है।
साइबर थाना पुलिस ने आरोपितों से ठगी में प्रयोग चार मोबाइल, 30 सिम कार्ड और विभिन्न बैंकों के आठ एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। दोनों आरोपित अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजार में निवेश कराने के बहाने ठगी कर रहे थे। पुलिस गिरोह के अन्य शातिरों का भी पता लगा रही है।
वसंत कुंज के पीड़ित से ठगे थे 32.30 लाख
13 अक्टूबर 2023 को वसंत कुंज निवासी अरविंद सूद ने पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि जालसाजों ने शेयर बाजार में निवेश कराने के नाम पर उनसे करीब 32.30 लाख रुपये की ठगी कर ली।
जालसाजों ने पीड़ित को निवेश करने पर भारी मुनाफा कमाने का लालच दिया था। उनकी बातों में आकर पीड़ित ने पैसा निवेश कर दिया था। इसी मामले में पुलिस ने आरोपित धार्मिक मोदी और अरुणजी बकाजी ठाकुर को गिरफ्तार किया है।
बैंक खाते के माध्यम से आरोपितों तक पहुंची पुलिस
जालसाजों ने पीड़ित से अलग अलग बैंक खातों में पैसे का निवेश कराया था। पुलिस ने सारे खातों की जानकारी जुटाकर संबंधित बैंकों को नोटिस दिया। एक खाता आरोपित धार्मिक मोदी के नाम से पाया गया।
पुलिस ने सर्विलांस की मदद से धार्मिक की लोकेशन का पता लगाया। उसकी लोकेशन गुजरात के वडनगर में मिली। फिर पुलिस टीम को गुजरात भेजा गया। वहां से पुलिस ने दोनों गिरफ्तार कर लिया।
धार्मिक ने कमीशन पर दिया था अपना खाता
पुलिस पूछताछ में जालसाज धार्मिक ने बताया कि वह पिछले काफी समय से आरोपित अरुणजी कुमार के साथ काम कर रहा है। अरुणजी ने धार्मिक को कुछ कमीशन देने का लालच देकर उसका बैंक खाता लिया था।
इसी खाते में आरोपित ठगी की रकम मंगवा रहा था। पुलिस अन्य बैंक खातों के बारे में पता लगा रही है। अभी तक जांच में सामने आया है कि आरोपित एक करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी कर चुके हैं।
ऐसे करते थे लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा
जालसाज व्हाट्सएप के जरिए पीड़ितों से संपर्क कर उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग व शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कहते थे। आरोपित प्रतिदिन भारी मुनाफा कमाने का लालच देते थे। जब पीड़ित उनके झांसे में आ जाता था तो उसे तुरंत एक व्हाट्सएप ग्रुप पर जोड़ देते थे।
फिर जालसाज पीड़ितो को बताते थे कि वह शेयर मार्केट में निवेश करेंगे तो 500 फीसदी मुनाफा मिलेगा। फिर पीड़ितों से उनकी निवेश की रकम, आधार कार्ड, उनकी आय, घर का पता, मोबाइल नंबर लेकर मोबाइल में एक एप डाउनलोड कराते थे। इस एप के माध्यम से लाखों रुपये का निवेश करा लेते थे। इसके बाद एप पर खोले गए पीड़ित के खाते को ब्लाक कर देते थे।
किसी से 30 तो किसी से 40 लाख रुपये ठगे
गिरोह ने पीड़ितों को झांसे में लेकर किसी से 30 तो किसी से 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। इन्होंने देशभर के सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है। पीड़ितों में अधिकतर नौकरीपेशा शामिल हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो जागरूकता के चलते आरोपितों के झांसे में नहीं आए।