Gorakhpur Monsoon: गोरखपुर में इस बार औसत से अधिक होगी मानसूनी वर्षा, मौसम वैज्ञानिकों ने किया अलर्ट
मानसूनी वर्षा के बीते वर्ष के आंकड़ों पर अगर गौर किया जाए तो बीते दो वर्ष मेंं लगातार औसत से काफी कम वर्षा रिकार्ड हुई थी। बीते वर्ष 899 मिलीमीटर और 2022 में 908 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई थी जबकि इस वर्षा का औसत मानक 1092.9 मिलीमीटर है। वर्ष 2024 मेंं औसत से काफी अधिक यानी 1409 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई थी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। इस वर्ष भीषण गर्मी के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को औसत से अधिक मानसूनी वर्षा झेलने के लिए भी तैयार रहना होगा। मौसम विज्ञानी के गणितीय अध्ययन के मुताबिक इस बार वर्षा वाले चार महीने में औसत से 20 मिलीमीटर अधिक वर्षा हो सकती है।
इसके लिए वायुमंडलीय परिस्थितियां बनने लगी हैं। इस बार मानसूनी वर्षा की शुरुआत 20 जून से हो सकती है। मौसम विभाग के मानक पर इस तिथि के तीन से पांच दिन आगे-पीछे होने की संभावना भी बनी रहती है। हालांकि इसका वास्तविक मानसून के आगमन की तिथि का वास्तविक आकलन केरल में उसके दस्तक के बाद ही संभव हो सकेगा।
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मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय ने बताया कि वर्षा के मौसम के चार महीने जून, जुलाई, अगस्त व सितंबर में औसत वर्षा का मानक 1092.9 मिलीमीटर है लेकिन इस वर्ष इन महीनों में यह आंकड़ा 20.8 मिलीमीटर अधिक यानी 1113.1 मिलीमीटर रिकार्ड किया जा सकता है।
उनके अध्ययन के अनुसार जून व जुलाई में औसत से कम वर्षा रिकार्ड होगी लेकिन अगस्त व सितंबर इस कम वर्षा की न केवल भरपाई कर देंगे बल्कि वर्षा का आंकड़ा औसत से अधिक पहुंचा देंगे। अगस्त में औसत से करीब 27 मिलीमीटर अधिक वर्षा के आसार हैं। सितंबर में औसत से करीब छह मिलीमीटर अधिक वर्षा होने का पूर्वानुमान है।
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बीते दो वर्ष में औसत से काफी कम हुई थी वर्षा
मानसूनी वर्षा के बीते वर्ष के आंकड़ों पर अगर गौर किया जाए तो बीते दो वर्ष मेंं लगातार औसत से काफी कम वर्षा रिकार्ड हुई थी। बीते वर्ष 899 मिलीमीटर और 2022 में 908 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई थी जबकि इस वर्षा का औसत मानक 1092.9 मिलीमीटर है। वर्ष 2024 मेंं औसत से काफी अधिक यानी 1409 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई थी।
गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार
मौसम विज्ञानी के अनुसार अगले तीन-चार दिन तक गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र मेंं रहने वाले लोगोें को गर्मी से राहत मिलने की वायुमंडलीय परिस्थितियां तैयार हो गई हैं। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होकर तिब्बत की ओर बढ़ चला है और असोम के ऊपर बना चक्रवाती हवा का क्षेत्र निम्नवायुदाब क्षेत्र के रूप में परिवर्तित होकर पूरी उत्तर प्रदेश की ओर पहुंच रहा है। ऐसे में मंगलवार से लेकर दो-तीन दिन तक आंधी के साथ गरज-चमक के बीच रुक-रुक कर वर्षा की संभावना है। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
तेज पुरुआ हवा चली तो नियंत्रण मे आया प्रदूषण
सोमवार को गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र मेंं तेज पुरुआ हवा चली। इस हवा ने बीते दो दिन से वायुमंडल के निचले सतह पर जमी धुंध को बिखेर कर प्रदूषण को नियंत्रित कर दिया। सोमवार को रिकार्ड गोरखपुर का एक्यूआइ इसका प्रमाण है, जो 112 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया। दो दिन पूर्व यह आंकड़ा 262 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक पहुंच गया था।