UP News: शहाबुद्दीन और मुख्तार गिरोह को हथियार उपलब्ध कराने वाला गिरफ्तार, मोबाइल से मिल सकते हैं कई अहम सुराग
एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही ने बताया कि नीतेश बिहार और मध्यप्रदेश से असलहा लाकर पूर्वांचल और लखनऊ के आसपास जिलों में सप्लाई करता था। नीतेश मूल रूप से बलिया के मनियर चंदावर का रहने वाला है। पूछताछ में पता चला कि नीतेश तीन साल पहले बलिया में हुई मुठभेड़ में मारे गए माफिया शहाबुद्दीन के खास शूटर हरीश पासवान को भी असलहा सप्लाई करता था।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। माफिया शहाबुद्दीन और मुख्तार अंसारी के गैंग को हथियार उपलब्ध कराने वाले तस्कर नीतेश भारती को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ की लखनऊ विंग) ने रविवार को गोमतीनगर एमिटी विश्वविद्यालय के पास से धर दबोचा। उसके पास से पांच अवैध पिस्टल और 32 बोर की पांच मैग्जीन, एक मोबाइल और बाइक बरामद की गई है।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही के मुताबिक नीतेश बिहार और मध्यप्रदेश से असलहा लाकर पूर्वांचल और लखनऊ के आसपास जिलों में सप्लाई करता था। नीतेश मूल रूप से बलिया के मनियर चंदावर का रहने वाला है। पूछताछ में पता चला कि नीतेश तीन साल पहले बलिया में हुई मुठभेड़ में मारे गए माफिया शहाबुद्दीन के खास शूटर हरीश पासवान को भी असलहा सप्लाई करता था।
हरीश के जरिए ही उसकी शहाबुद्दीन और मुख्तार गैंग में पैठ बनी थी। मुठभेड़ में शूटर हरीश के ढेर होने के बाद नीतेश अब शहाबुद्दीन और मुख्तार गिरोह के बचे हुए लोगों के संपर्क में था। बाराबंकी के जैदपुर थाने से नीतेश असलहा तस्करी के मामले में जेल भी जा चुका था। उसके खिलाफ कई अन्य जनपदों में भी मुकदमे दर्ज हैं। डिप्टी एसपी ने बताया कि गिरोह से जुड़े सरगनाओं के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं।
12 हजार में खरीदकर दोगुणा मूल्य पर बेचता था
पूछताछ में तस्कर से पता चला कि हथियार तस्करी गिरोह के आका मध्य प्रदेश और बिहार में हैं। नीतेश वहां से 10 से 12 हजार रुपये में अवैध पिस्टल खरीदता था। इसके बाद पूर्वांचल के माफिया गिरोह और लखनऊ के आस पड़ोस जिलों में 25 से 30 हजार रुपये में बेचता था।
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मोबाइल से कई अहम सुराग मिलने की संभावना
एसटीएफ के मुताबिक तस्कर नीतेश के मोबाइल में कई अहम सुराग मिलने की संभावना है। मोबाइल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। उसकी वाट्सएप चैट का डेटा देखा जा रहा है। इसके अलावा किन-किन गैंग के लोगों से नीतेश की बातचीत होती थी। इसका भी ब्योरा जुटाया जा रहा है।
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