Mainpuri Lok Sabha Seat: सपा के गढ़ में गरमाया राम मंदिर का मुद्दा, भाजपा ताकत झोंकने में जुटी
UP News - मैनपुरी लोकसभा सीट की चुनावी रण में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे ने राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को गरमा दिया है। अमित शाह ने कहा था कि यह चुनाव रामभक्तों पर गोली चलवाने वालों और राम मंदिर बनवाने वालों के बीच है। इसके बाद से चुनावी चर्चाओं में इस मुद्दा मुखर हो रहा है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। मैनपुरी लोकसभा सीट की चुनावी रण में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे ने राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को गरमा दिया है। अमित शाह ने कहा था कि यह चुनाव रामभक्तों पर गोली चलवाने वालों और राम मंदिर बनवाने वालों के बीच है। इसके बाद से चुनावी चर्चाओं में इस मुद्दा मुखर हो रहा है।
अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के समय पूरा जिला राममय नजर आया था। भाजपा भी अब इसे और गरमाने में जुट गई है। मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है। बीते 10 चुनावों से अपराजेय रही सपा ने इस बार डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है।
वहीं, भाजपा इस बार यहां जीत हासिल करने के लिए ताकत झोंक रही है। चुनावों में केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं, प्रदेश की कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर समर्थन जुटाने की कसरत की जा रही है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण और बीती जनवरी में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह की बात भी चुनाव में शुरुआत से उछाली जा रही है। जनवरी में जब अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ था तो हर मंदिर धार्मिक आयोजनों का सिलसिला चला था। लोग रामभक्ति में डूबे नजर आए थे। परंतु चुनाव की शुरुआत के बाद यह मुद्दा उतना मुखर नजर नहीं आ रहा था।
किशनी में में शाह ने उठाया था मुद्दा
रविवार को किशनी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया था। अमित शाह ने सपा के शासनकाल में रामभक्तों पर गोली चलने वाली घटना की याद दिलाई थी।
साथ में सपा मुखिया अखिलेश यादव और डिंपल यादव के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न जाने को लेकर भी वार किया था। अब चुनावी कार्यक्रमों में यह मुद्दा फिर जोर-जोर से गूंजने लगा है।
क्या कहते हैं नागरिक?
आगरा रोड निवासी डॉ. राकेश गुप्ता भी इसको बड़ा मुद्दा मानते हैं। उनका कहना है कि अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलने की घटना का दाग समाजवादी पार्टी पर लगा था। यह बात झुठलाई नहीं जा सकती। राम मंदिर से हर सनातनी की आस्था जुड़ी है।
कचहरी रोड निवासी घनश्याम दास गुप्ता का कहना है कि राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से हर हिंदू को प्रसन्नता हुई थी। यह मुद्दा शुरुआत से था, परंतु अब जब अमित शाह ने सीधा इसकी बात की तो चर्चा होना तो स्वाभाविक ही है।
हालांकि, मुलायम के करीबी रहे प्रो. केसी यादव थोड़ी इतर राय रखते हैं। उनका कहना है कि संबंधित घटना संवैधानिक पद के दायित्व से जुड़ी थी। चुनाव में मूलभूत मुद्दों का प्रभाव होता है। राम मंदिर का कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है।
वहीं, डॉ. चन्द्रमोहन सक्सेना कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण ऐतिहासिक घटना है। इसका उत्सव भारत ही नहीं विश्व भर के हिंदु समुदाय ने मनाया था। इसके लिए कई पीढ़ियों ने संघर्ष किया, ऐसे में यह लोगों के दिल से जुड़ी बात है।
अमित शाह के दौरे के बाद तेज हुई चर्चाओं ने भाजपा का उत्साह भी बढ़ा दिया है। अब भाजपा नेता भी अपनी सभाओं में और मतदाताओं के संपर्क के दौरान इस बात को भी प्रमुखता से उठा रहे हैं।