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Lok Sabha Election 2024: लद्दाख में BJP चुस्त तो कांग्रेस दिख रही सुस्त, ताशी के प्रचार के लिए आगे आए केंद्रीय मंत्री

Lok Sabha Election 2024 लद्दाख में 20 मई को चुनाव होना है। ऐसे में पार्टियों को चुनाव प्रचार के लिए पूरे जोर शोर से जुट जाना चाहिए। लेकिन केंद्रशासित प्रदेश में कांग्रेस सुस्त नजर आ रही है। हालांकि भाजपा का चुनाव प्रचार जारी है। आज केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने जनसभाओं को संबोधित किया। वहीं 12 तारीख को राजनाथ सिंह प्रचार करेंगे।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Published: Thu, 09 May 2024 02:06 PM (IST)Updated: Thu, 09 May 2024 02:06 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024: लद्दाख में BJP चुस्त तो कांग्रेस दिख रही सुस्त

राज्य ब्यूरो, जम्मू। Ladakh Lok Sabha Seat: लद्दाख लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार के लिए प्रत्याशियों के पास अब सिर्फ 10 दिन बचे हैं। इस डेढ़ हफ्ते में चुनाव प्रचार में गर्माहट लाने के लिए भाजपा तो चुस्त हैं लेकिन कांग्रेस अभी सुस्त ही नजर आ रही है।

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भाजपा अपने प्रत्याशी ताशी ग्यालसन (BJP Candidate Tashi Gyalson) के समर्थन में स्टार प्रचारक उतारने के क्रम में वीरवार को केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने लेह में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। वह 10 मई तक यहां रहेंगे। इसके बाद 12 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चुनावी रैली होगी।

प्रदेश भाजपा की पूरी कोशिश है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या फिर केंद्रीय मंत्री अमित शाह की रैली भी कराई जाएं। उधर, कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के आने की सुगबुगाहट तक नहीं है। कांग्रेस प्रत्याशी सेरिंग नामग्याल फिलहाल स्थानीय नेताओं को साथ लेकर ही कस्बे से लेकर गांवों में दौड़ लगा रहे हैं।

पार्टी ने हाईकमान से प्रचार को तेजी में मांगा सहयोग

पार्टी ने हाईकमान से प्रचार को तेजी देने में सहयोग मांगा है, लेकिन उन्हें अभी तक दिल्ली से किसी बड़े कांग्रेसी नेता के आने की कोई सूचना नहीं मिली है। लद्दाख लोकसभा सीट के लिए मतदान 20 मई को है। भाजपा और कांग्रेस के अलावा कारगिल जिले से निर्दलीय हनीफा जान भी चुनाव मैदान में हैं।

इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है। लद्दाख की राजनीति के जानकारों का मानना है कि निर्दलीय प्रत्याशी से भाजपा और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार को कड़ी टक्कर मिल रही है।

इसीलिए भाजपा एक रणनीति के तहत एक ओर लेह में अपने स्टार प्रचारक ला रही है तो दूसरी ओर कारगिल में शिया वोट बटोरने के लिए स्थानीय नेताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश जारी है।

उधर, कारगिल में निर्दलीय हाजी हनीफा के समर्थन में पूर्व मंत्री कमर अली अखून के साथ नेशनल कान्फ्रेंस से इस्तीफा दे चुके सभी नेता अब खुलकर प्रचार कर रहे हैं।

शिया वोटों को एकसाथ लाने के लिए धार्मिक संगठनों के नेताओं को भी जोड़ने की कोशिशें हैं। लेह में डेरा डाले बैठे भाजपा के संगठन महामंत्री अशोक कौल ने कहा कि भाजपा लद्दाख में चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

केंद्रीय मंत्रियों का भी लद्दाख आना तय

किरण रिजिजू के बाद और भी केंद्रीय मंत्रियों का आना तय है। इसके अलावा भाजपा के अन्य बड़े नेता इस समय कारगिल में रहकर शिया समुदाय के लोगों को अपने पाले में लाने के लिए बैठकें कर रहे हैं।

बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व एमएलसी विक्रम रंधावा ने लखनऊ से आए भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सईद हबीब हैदर के साथ भाजपा की कारगिल जिला इकाई से बैठक की। इसमें जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के अध्यक्ष रहे कारगिल के भाजपा नेता हाजी इनायत अली भी मौजूद थे।

प्रचार में लद्दाख के इन मुद्दों को वरीयता

लद्दाख सीट पर इन चुनावी वादों के भरोसे कांग्रेस लद्दाख में कांग्रेस फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष रिगजिन जोरा के नेतृत्व में प्रचार कर रही है।

पार्टी उम्मीदवार सेरिंग नामग्याल ने लद्दाख को राज्य बनाने, संविधान की छठी अनुसूची को प्रभावी करने, जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर लद्दाख में भी विधानसभा बनाने की मांगों को पूरा करने का चुनावी वादा कर लेह में प्रचार किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने लद्दाख के लोगों से किए वादों को पूरा नहीं किया है। यही कारण है कि लोगों ने कांग्रेस से उम्मीदें हैं। भाजपा अब और गुमराह नहीं कर सकती है।

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