जागरण संवाददाता, कानपुर। बंगाल की खाड़ी से आई नम हवा की धारा को पश्चिम से बह कर आ रही गर्म हवा ने हिमालय की तराई की ओर धकेल दिया है। इससे शहर में कम ऊंचाई पर बादलों के बनने के आसार कम हो गए हैं। आने वाले सप्ताह में वर्षा होने की संभावना नहीं है। रेमल चक्रवात के सक्रिय होने और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवा के दबाव से अब शुक्रवार से गर्मी बढ़ने की स्थितियां बन रही हैं।
40 डिग्री सेल्सियस पहुंचा पारा
बुधवार को दिन के अधिकतम तापमान में आई तेजी को गुरुवार के मौसम ने फिर बदल दिया। बुधवार के दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था जो गुरुवार को 38.4 डिग्री पर पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान भी 29 से 28.6 डिग्री पर आ गया है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मौसम में बदलाव की वजह बंगाल की खाड़ी में सक्रिय रेमल चक्रवात की स्थितियां हैं।
इस बीच पूरब की ओर से हवा अपने साथ नमी लेकर उत्तर प्रदेश की ओर आ रही है, लेकिन राजस्थान की ओर से गर्म हवा की एक धारा बहने लगी है जिसने आर्द्रता वाले बादलों और हवा की धारा को हिमालय के तराई क्षेत्र की ओर धकेल दिया है। इससे बंगाल की खाड़ी से बह रही हवा तराई क्षेत्र से होकर हिमाचल प्रदेश व पंजाब की ओर जा रही है। राजस्थान के आसमान पर भी चक्रवात बादल बन रहे हैं।
दूसरी ओर रेमल चक्रवात के बंगाल की खाड़ी से होकर म्यांमार की ओर जाने के आसार हैं जिससे कम दबाव का वायु क्षेत्र पूरब में बन रहा है। राजस्थान से आने वाली गर्म हवा बहकर पूरब की ओर जाएगी इससे कानपुर व आस-पास के जिलों में शुक्रवार से दिन के तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी। गुरुवार को शहर में आर्द्रता का स्तर 60 प्रतिशत रहा है, जबकि बुधवार को आर्द्रता 64 प्रतिशत थी। शुक्रवार को आर्द्रता और घटेगी और दिन व रात के तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी।