Heat Wave Alert: मैदान से पहाड़ तक गर्मी का कहर, कश्मीर में भी हाहाकार; बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय
कश्मीर में मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में घाटी में लू चलने की भविष्यवाणी की है। इसमें कहा गया है कि इस दौरान गर्म और शुष्क मौसम बना रहेगा। मौसम विभाग ने कहा कि 28 मई तक मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा और अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने एक एडवाइजरी जारी की है।
देश में इन दिनों प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। कश्मीर (Kashmir) में भी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। श्रीनगर (Srinagar) में 13 वर्षों में मई सबसे गर्म महीनों में दर्ज किया गया।
गुरुवार को श्रीनगर में अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार को तापमान सामान्य से 7.4 डिग्री अधिक था। कश्मीर में स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते तापमान के बीच एक सलाह जारी की है।
मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में घाटी में लू चलने की भविष्यवाणी की है। इसमें कहा गया है कि इस दौरान मौसम गर्म और शुष्क मौसम बना रहेगा। मौसम विभाग ने कहा कि 28 मई तक अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने जारी की एडवाइजरी
मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें लोगों को अत्यधिक गर्मी से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में सतर्क रहने के लिए कहा गया है। जिसमें लोगों को हाइड्रेटेड रहने का सुझाव भी दिया गया है।
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने एडवाइजरी में बताया कि कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि वे डिहाइड्रेशन का कारण बन सकते हैं। उच्च तापमान और आर्द्रता की स्थिति में काम करने वाले व्यक्तियों को निश्चित रूप से पानी पीना चाहिए।
ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनने की सलाह
गर्मी से बचने के लिए लोगों को ढीले-ढाले और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि अपनी त्वचा को धूप की कालिमा से बचाने के लिए चौड़ी किनारी वाली टोपी और धूप का चश्मा, ढाल और छतरियों का उपयोग करें।
बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ध्यान
इस भीषड़ गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखने का सलाह भी दिया गया है। इसमें कहा गया है कि बच्चों को कभी भी खड़ी कारों में न छोड़ें, यहां तक कि खिड़कियां नीचे करके भी न छोड़ें।
बच्चों को उचित कपड़े पहनाएं और नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाएं। साथ ही बुजुर्गों को ठंडे वातावरण में रहने को कहा गया है।
चक्कर आना, भारी पसीना आना या पसीना न आने की स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता लेने का भी सुझाव दिया गया है।