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गुजरात: राजकोट के गेमिंग जोन में भीषण आग, अब तक 24 लोगों की मौत; मुआवजे का एलान

आज वीकेंड होने के कारण कई परिवार अपने बच्चों के साथ टीआरपी मॉल के गेम जोन में हमेशा की तरह पहुंचे थे। इस दौरान अचानक आग लग गई और अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी भीषण थी कि 5 किमी दूर तक धुएं का गुबार देखा गया। आग और धुएं के बीच गेमजोन में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Published: Sat, 25 May 2024 07:29 PM (IST)Updated: Sat, 25 May 2024 10:30 PM (IST)
गुजरात में राजकोट के नानामवा रोड पर टीआरपी मॉल के गेम जोन में शनिवार को भीषण आग लग गई।

जागरण न्यूज नेटवर्क, राजकोट। गुजरात में राजकोट के नानामवा रोड पर टीआरपी मॉल के गेम जोन में शनिवार को भीषण आग लग गई। इस हादसे में खबर लिखे जाने तक 24 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। दोपहर बाद लगभग चार बजे वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र थे। शनिवार का दिन होने के कारण बच्चे भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस बीच, फाइबर से बना गेमिंग जोन देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गया।

घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद फायर कर्मियों काफी घंटों तक आग बुझाने के लिए मशक्कत करना पड़ा। साथ ही लोहे के स्ट्रक्चर पर गेमिंग जोन बनने के कारण फायर कर्मियों को बचाव कार्य में भी परेशानी का सामना करना पड़ा।

प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। मोदी ने राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से भी बात की। पीएम ने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है।

हादसे के बाद गेमिंग जोन का संचालक युवराज और 30 से 40 जोन कर्मचारी फरार हो गए। पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि अभिभावकों से उनके बच्चों एवं संबंधियों की जानकारी ली जा रही है, जिससे लापता लोगों की जानकारी जुटाई जा सके। 15 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उनका सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है।

गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये मदद की घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना की जानकारी लेने के साथ ही राजकोट के सभी गेमिंग जोन हॉल बंद करने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, पुलिस का कहना है कि शहर के सभी गेमिंग जोन की सुरक्षा जांच के बाद ही संचालन की मंजूरी दी जाएगी। गेमिंग जोन का प्लाट युवराज सिंह जाडेजा नामक व्यक्ति के नाम पर है। लेकिन, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गेमिंग जोन का संचालन किसके पास है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार होने के कारण यहां काफी भीड़ थी। जहां यह गेमिंग जोन स्थित है, वहां के ऊपरी भाग में काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। फायर ब्रिगेड अहमदाबाद के अधिकारी राजेश भट्ट ने कहा कि जांच के बाद ही इस घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा। घटिया बिजली के वायर का इस्तेमाल या फिर बढ़ा बिजली का लोड भी इस घटना का कारण हो सकता है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक आग लगने के कारण गेमिंग जोन परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी भीषण थी कि 5 किमी दूर तक धुएं का गुबार देखा गया।

कई लोगों के फंसे होने की आशंका

आग और धुएं के बीच गेमजोन में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। टीआरपी मॉल में आग की लपटें बढ़ती देख मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंच गई हैं। उनकी ओर से लगातार बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। इसके अलावा, पूरे इलाके को पुलिस ने घेर लिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि छुट्टियों के मौसम में यहां बड़ी संख्या में बच्चे आते हैं, जिस दौरान यह घटना घटी है। उस समय यहां बच्चों की काफी भीड़ थी।

दूसरी ओर, शहर के भाजपा अध्यक्ष मुकेश दोशी भी घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी प्राथमिकता आग बुझाने की है। इस मामले में जो भी जिम्मेदार होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने तत्काल राहत व बचाव कार्य के दिए निर्देश

टीआरपी मॉल के गेम जोन में लगी आग की घटना को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा, "राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया गया है।"

सीएम भूपेन्द्र पटेल ने एक्स पर एक और पोस्ट में लिखा, ''राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। इस संबंध में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है और उसे पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।"


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