'भाजपा सत्ता में ब्राह्मण समाज दुखी', मायावती का दावा; बताया- बसपा घोषणा पत्र क्यों नहीं करती जारी
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाजपा और कांग्रेस समेत इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि कानपुर में ब्राह्मणों के उत्पीड़न के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। इसलिए भाजपा सत्ता में ब्राह्मण समाज दुखी है। इस बार अगर ईवीएम में गड़बड़ी नहीं हुई तो परिणाम अच्छे आएंगे। भाजपा सत्ता में नहीं आएगी इसने चहेते पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाया। बसपा कार्यकर्ताओं के सहयोग से चलती है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाजपा और कांग्रेस समेत इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। भाजपा के मुफ्त में राशन और नमक खिलाने के एवज में वोट देने के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह थोड़ा से मुफ्त राशन पर आपका हक है। आपके पैसे से ही आपको खिलाकर अपने पक्ष में वोट देने का प्रलोभन दिया जा रहा है। मुफ्त देने की बात जो की जा रही है। वह आपके टैक्स के पैसे का है। इसलिए 13 मई को जब वोट देने जाएं तो सतर्क रहें और बीएसपी को ही वोट करें। बसपा सुप्रीमो शुक्रवार को रमईपुर के मगरासा मैदान में अकबरपुर व कानपुर से बसपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि बसपा सर्वसमाज की बात करती है, इसलिए टिकट बंटवारे में सर्वसमाज की उचित भागीदारी देकर सम्मान दिया है। कांग्रेस गलत नीतियों के कारण सत्ता से बाहर हुई। भाजपा के अच्छे दिन के वादे हवा हवाई हैं, जमीन पर कुछ नहीं दिख रहा। कांग्रेस, भाजपा व दूसरे दल आरक्षण को खत्म करने की दिशा में काम कर रही हैं। उनकी नीतियों से गरीब, किसान और व्यापारी वर्ग परेशान हैं। भाजपा हिदुत्व के नाम पर मुस्लिम समाज का उत्पीड़न कर रही है। भाजपा सरकार में दलित और ब्राह्मण समाज का उत्पीड़न हो रहा है।
भाजपा सत्ता में ब्राह्मण समाज दुखी: मायावती
कानपुर में ब्राह्मणों के उत्पीड़न के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। इसलिए भाजपा सत्ता में ब्राह्मण समाज दुखी है। इस बार अगर ईवीएम में गड़बड़ी नहीं हुई तो परिणाम अच्छे आएंगे। भाजपा सत्ता में नहीं आएगी, इसने चहेते पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाया। बसपा कार्यकर्ताओं के सहयोग से चलती है। आप देख रहे हैं कि किसने कितना पैसा अदाणी और अंबानी से लिया। भाजपा, कांग्रेस व दूसरे दल पूंजीपतियों और उद्यमियों को राज्यसभा व विधान परिषद भेजते हैं। बसपा अपने काडर को राज्यसभा और विधान परिषद भेजती है। पहले कांग्रेस और अब भाजपा ईडी व अन्य सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्षियों पर दबाव बना रही है।
उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में पेपर लीक होने से युवा बेरोजगार घूम रहा है। कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत से सपा को आगे करके नौकरी में प्रमोशन में आरक्षण खत्म कराया। आरक्षण संशोधन बिल पास कराया। अब कांग्रेस किस मुंह से कहती है कि आरक्षण हितैषी है, यह शुरू से आरक्षण व दलित विरोधी रही है। भाजपा भी आरक्षण व दलित विरोधी है, इसकी गलत नीतियों और कार्यप्रणाली से लोग परेशान हैं। कांग्रेस, भाजपा समेत दूसरे दल सत्ता हासिल करने के लिए साम-दाम और दंड-भेद अपना रहे हैं, इसलिए उन्हें रोकना जरूरी है।
बसपा घोषणा पत्र जारी नहीं करती है़, जो कहती है, उससे ज्यादा करती है। केंद्र में सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश में बसपा शासनकाल में हुए कार्य की तर्ज पर करके दिखाएंगे। बसपा मुस्लिम, संत और ब्राह्मण समाज के उत्थान के लिए काम करेगी। गरीबों, किसानों, कर्मचारियों, जरुरतमंद और सर्वसमाज के लोगों के हितों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। अकबरपुर के भाजपा सांसद से जनता परेशान है, इसलिए संसदीय क्षेत्र से राजेश कुमार द्विवेदी को जिताएं। कानपुर से कुलदीप भदौरिया को संसद भेजें।