Move to Jagran APP

Suzlon Energy: एक साल में 368 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न, पर नतीजों ने किया निराश; शेयरों में लगा लोअर सर्किट

रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर- सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयर पिछले एक साल से काफी चर्चा में रहे। इसने 368 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न भी दिया है। लेकिन जब कंपनी ने शुक्रवार को रिजल्ट जारी किया तो निवेशक काफी निराश हुए। चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च के दौरान सुजलॉन का मुनाफा 278 करोड़ रुपये से घटकर 254 करोड़ रुपये पर आ गया। इसमें करीब 21 फीसदी की गिरावट आई है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Published: Fri, 24 May 2024 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 24 May 2024 05:24 PM (IST)
नवरी-मार्च के दौरान सुजलॉन का मुनाफा 278 करोड़ रुपये से घटकर 254 करोड़ रुपये पर आ गया।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर- सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयर पिछले एक साल से काफी चर्चा में रहे। इसने 368 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न भी दिया है। लेकिन, जब कंपनी ने शुक्रवार को रिजल्ट जारी किया, तो निवेशक काफी निराश हुए।

चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च के दौरान सुजलॉन का मुनाफा 278 करोड़ रुपये से घटकर 254 करोड़ रुपये पर आ गया। इसमें करीब 21 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 1,690 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,179 करोड़ रुपये हो गया।

कैसी है सुजलॉन की ऑर्डर बुक?

सुजलॉन एनर्जी के पास फिलहाल कुल ऑर्डर 3.3 गीगावाट हैं। इसमें 31 मार्च, 2024 तक 2,929 मेगावाट की ऑर्डर बुक, इसके बाद 402 मेगावाट के सुरक्षित ऑर्डर शामिल हैं। सुजलॉन ग्रुप के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने कहा, "हम पिछले वित्त वर्ष के दौरान टेक, मैन्युफैक्चरिंग और प्रोजेक्ट समेत सभी क्षेत्रों में ठोस आधार बनाने में सक्षम रहे।'

नतीजों के बाद लोअर सर्किट

वित्त वर्ष 2024-25 का पहला ऑर्डर मिलने के बाद सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में पिछले दो दिनों से अपर सर्किट लग रहा था। लेकिन, नतीजों के बाद निवेशकों को काफी निराशा हुई और उन्होंने जमकर बिकवाली की। आखिर में 5 फीसदी का लोअर सर्किट लगने के बाद ट्रेडिंग रोक दी गई। यह शेयर 45.90 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।

सुजलॉन के शेयरों का हाल

सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने पिछले एक साल में 368 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। वहीं पिछले 5 साल में निवेशकों को 800 फीसदी से अधिक का लाभ हुआ है। हालांकि, पिछले 6 महीने से इसमें सुस्ती बनी हुई है और इसने निवेशकों को सिर्फ 18 फीसदी का मुनाफा दिया है। कमजोर नतीजों के बाद यह कुछ और वक्त तक सुस्ती बनी रहने की आशंका है।

यह भी पढें : HDFC बैंक के ग्राहक ध्यान दें, 25 मई को इतने समय तक नहीं कर पाएंगे नेट और मोबाइल बैंकिंग, UPI सर्विस भी रहेगी ठप

 


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.