Move to Jagran APP

अफगानिस्‍तान पर पाकिस्‍तान का 'अपनी डफली, अपना राग', भारत की बैठक को कहा- न, बुलाई अलग मीटिंग

पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान के मुद्दे पर भारत की अध्‍यक्षता में हो रही बैठक में हिस्‍सा लेने से तो इनकार कर दिया लेकिन अब वो इसी मुद्दे पर एक दूसरी बैठक आयोजित कर रहा है जो गुरुवार को होगी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 01:00 PM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 04:01 PM (IST)
अफगानिस्‍तान पर पाकिस्‍तान का 'अपनी डफली, अपना राग', भारत की बैठक को कहा- न, बुलाई अलग मीटिंग
अफगानिस्‍तान के मुद्दे पर पाकिस्‍तान ने बुलाई बैठक

इस्‍लामाबाद (एएनआई)। पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान के मुद्दे पर ट्रोइका प्‍लस (Troika Plus) बैठक बुलाई है जिसमें अमेर‍िका, चीन, रूस को बुलाया गया है। ये बैठक गुरुवार को होगी, जिसमें इन देशों के वरिष्‍ठ राजनयिक हिस्‍सा लेंगे। पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और देश के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ इस बैठक की अध्‍यक्षता करेंगे। 

loksabha election banner

आपको बता दें कि अफगानिस्‍तान के ही मुद्दे पर बुधवार को दिल्‍ली में भी पड़ोसी देशों के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक चल रही है। इसकी अध्‍यक्षता भारत के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कर रहे हैं। इसमें सात देश हिस्‍सा ले रहे हैं। इस बैठक के लिए चीन समेत पाकिस्‍तान को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन इन दोनों ने ही इसमें शिरकत करने से इनकार कर दिया था। दिल्‍ली में जारी बैठक में ईरान, ताजिकिस्‍तान, तुर्कमेनिस्‍तान, उजबेकिस्‍तान, रूस, कजाखिस्‍तान, किर्गीस्‍तान के एनएसए शामिल हैं।

डान अखबार की खबर के मुताबिक, इन चार देशों के राजनयिक इस दौरान अफगानिस्‍तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्‍ताकी से भी मुलाकात करेंगे। मुत्‍ताकी भी बुधवार को इस्‍लामाबाद पहुंच रहे हैं। अफगानिस्‍तान पर कब्‍जा करने और सरकार गठन करने के बाद यहां के विदेश मंत्री की ये पहली विदेश यात्रा है। तालिबान ने 15 अगस्‍त को काबुल पर कब्‍जा किया था। ये बैठक ऐसे समय में होने वाली है, जब तालिबान अपनी सरकार को विश्‍व बिरादरी से मान्‍यता दिलाने की कोशिश में जुटा हुआ है। हालांकि, ये भी साफ है कि वैश्विक बिरादरी तालिबान सरकार को मान्‍यता देने की जल्‍दबाजी में तब तक नहीं है, जब तक वो अपने किए गए वादों पर खरा नहीं उतरता है। 

Troika Plus असल में एक बेहद खास फोरम है, जिससे अफगान आथरिटी जुड़ी हुई हैं। ये तालिबान सरकार को समर्थन दे रहा है। साथ ही मानवीय मदद पहुंचाने में भी सहायता कर रहा है। इसके अलावा ये अफगानियों के खासतौर पर महिलाओं के मानवाधिकारों पर भी ध्‍यान रखती हे। इससे पहले ये बैठक अगस्‍त में ही दोहा में हुई थी, जिसमें अमेरिका द्वारा अफगानिस्‍तान के मुद्दे पर बनाए गए विशेष दूत जाल्‍मे खलिजाद ने हिस्‍सा लिया था। इसके बाद ये बैठक मास्‍को में 19 अक्‍टूबर को हुई थी, जिसमें अमेरिका ने हिस्‍सा नहीं लिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.