आज खुलेंगे गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट, गंगा की डोली हुई रवाना
गंगा की डोली उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) से दोपहर ठीक सवा एक बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो गई। कल गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पुण्य पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चार धाम यात्रा शुरू हो जाएगी। दोनों धामों में कपाट खुलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गुरुवार को दोपहर बाद शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा से गंगा की डोली गंगोत्री के लिए रवाना हो गई। दूसरी ओर खरसाली से यमुना की डोली शुक्रवार को ही यमुनोत्री के लिए रवाना होगी। उधर, ऋषिकेश में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गौरतलब है कि केदारनाथ के कपाट तीन और बदरीनाथ के छह मई को खुलेंगे।
गुरुवार दोपहर बाद ठीक 1.05 बजे वैदिक मंत्राच्च्चारण के बीच मुखबा से गंगा की डोली गंगोत्री रवाना हुई। सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ सेना के बैंड की धुन के बीच डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर पहुंची। रात्रि विश्राम के बाद सुबह रवाना होकर डोली दोपहर 12 बजे से पहले गंगोत्री पहुंचेगी। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि ठीक 12.15 बजे धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
यमुनोत्री धाम में कपाट खोलने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं यमुनोत्री मंदिर के सचिव कीर्तिश्वर उनियाल ने बताया कि सुबह सवा नौ बजे यमुना की डोली शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली से प्रस्थान करेगी और ठीक सवा बारह बजे धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे।
ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 17 बसों के काफिले को हरी झंडी दिखाकर चार धाम यात्रा के लिए रवाना किया। जत्थे करीब 600 श्रद्धालु हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षित यात्रा के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि सभी यात्रियों का पंजीकरण किया जाएगा। कहा कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से देश और दुनिया में सकारात्मक संदेश जाएगा।
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