उजेली में संस्कृत संभाषण शिविर शुरू
उजेली स्थित कैलाश आश्रम में 20 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर बुधवार से शुरू हो गया। इसके तहत प्रतिदिन चार घंटे तक वक्ता संस्कृत में विचार रखेंगे।
उत्तरकाशी। उजेली स्थित कैलाश आश्रम में 20 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर बुधवार से शुरू हो गया। इसके तहत प्रतिदिन चार घंटे तक वक्ता संस्कृत में विचार रखेंगे।
शिविर का उदघाटन स्वामी सिद्धेश्वरानंद, जिलाधिकारी उत्तरकाशी इंदुधर बोडाई, चार धाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल, स्वामी सर्वानंद, स्वामी हरिब्रह्मानंद, स्वामी गंभीरानंद, स्वामी कृष्णानंद ने सयुंक्त रुप से किया।
मुख्य अतिथि के रूप में डीएम ने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओँ की जननी है। संस्कृत भारती की ओर से तैयार किया गया पाठ्यक्रम सरल और रोचक है। एक आम आदमी इस तकनीक से कम समय में संस्कृत बोलना सीख सकताहै। सूरत राम नौटियाल ने संस्कृत को वैज्ञानिक भाषा बताते हुए कहा कि विज्ञान की तरक्की के पीछे संस्कृत ही है।
संस्कृत संभाषण के शिक्षक स्वामी अक्षयानन्द सरस्वती ने कहा कि शिविर में सरल पद्धति से संस्कृत बोलने का अभ्यास कराया जाएगा उन्होंने कहा कि संस्कृत बोलना कठिन नहीं है, सिर्फ अभ्यास की आवश्यकता है। कैलाश आश्रम के प्रबंधक स्वामी कृष्णानन्द ने कहा कि यह शिविर कैलाश आश्रम मैं संचालित होगा। इसमें कोई भी संस्कृत बोलना सीखने वाले आ सकते है। उदघाटन अवसर पर नेम चंद चंदोक, सभासद हरीश डंगवाल भी उपस्थित थे।