बदरीनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू, तेल कलश बदरीनाथ के लिए रवाना
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शनिवार को नरेंद्रनगर राजमहल से गाडू घड़ा (तेल कलश) यात्रा ऋषिकेश के लिए रवाना हुई।
नई टिहरी, [जेएनएन]: नरेंद्रनगर राजमहल से शनिवार को गाडू घड़ा (तेल कलश) यात्रा ऋषिकेश के लिए रवाना हुई। इसके साथ ही श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इससे पहले महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह की मौजूदगी में सुहागिनों ने सुबह भगवान बदरी विशाल को चढ़ाने के लिए तिलों का तेल निकाला।
शनिवार को राज पुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने सुबह 11 बजे राजमहल में विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद महाराजा टिहरी मनुजयेंद्र शाह व महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह के हाथों तेल निकालने के लिए मुहूर्त निकाला गया।
ओखल पूजन के बाद सुहागिनों ने तिलों को पीसकर उनका तेल निकाला। इस तेल को कलश में भरकर शाम को महाराजा मनुजयेंद्र शाह ने उसकी पूजा-अर्चना की। इसी के साथ कलश यात्रा ऋषिकेश के लिए रवाना हुई। रविवार सुबह यात्रा ऋषिकेश से अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान करेगी और छह मई को सुबह बदरीनाथ धाम पहुंचेगी। इसी दिन कपाट खुलने बाद कलश को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
अनुष्ठान का साक्षी बनने बड़ी संख्या में नरेंद्रनगर समेत आसपास के गांवों से लोग राजमहल पहुंचे थे। इस मौके पर राजकुमारी शिरजा, प्रतापगढ़ की पूर्व सांसद रत्ना ङ्क्षसह भी मौजूद थी।
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