बीएसएनएल को दुघर्टना का इंतजार
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटरमार्ग पर पेड़ पर लटका हुआ क्षतिग्रस्त टेलीफोन टावर कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। जहां जनप्रतिनिधि इसके देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं, वहीं दूर संचार निगम टावर को हटाने वाली कंपनी का इंतजार कर रहा है।
रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटरमार्ग तल्लानागपुर क्षेत्र के सतेराखाल, दुर्गाधार, चोपता, खणपतिया, घिमतोली व चमोली जनपद मोहनखाल व पोखरी समेत कई गांवों को यातायात सुविधा से जोड़ता है। जिला कार्यालय से कुछ किमी की दूरी पर सतेराखाल के बीच बीएसएनएल का टावर क्षतिग्रस्त होकर एक पेड़ के ऊपर गिरा हुआ है, जो कभी भी गिर सकता है। संचार निगम की ओर से टावर को रोकने के लिए कुछ तारों का जुगाड़ कर आसपास के पेड़ों से बांधा गया है, जो कि नाकाफी है। हवा आते ही क्षतिग्रस्त हुआ टावर तेज झोकों के साथ हिलने लगता है।
इस मोटरमार्ग से प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है। अधिकारी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी यहां से आवाजाही करते है। लेकिन सभी लोग इसे देखकर अनदेखा करते है। दूसरी ओर संचार निगम टावर का मलबा उठाने वाली कंपनी का इंतजार कर रही है।
मोटरमार्ग पर गिरे टावर से कभी भी कोई घटना घटित हो सकती है। टावर पेड़ पर अटका है। इसे वहां से हटाया जाना नितांत आवश्यक है।
योगंबर नेगी, जिला पंचायत सदस्य, चोपता।
टावर स्क्रेपिंग के लिए एक कंपनी को भेजा गया है। जल्द ही क्षतिग्रस्त टावर को उक्त स्थान से हटाया जाएगा।
कुंदन सिंह, अधिशासी अभियंता संचार निगम, रुद्रप्रयाग।