भगवान वासुदेव की डोली का स्वागत, अंतिम पड़ाव को कल होगी रवाना
जखोली प्रखंड की बांगर पट्टी के 16 गांवों के आराध्य देव भगवान वासुदेव की दिवारा यात्रा का बांगर में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान भगवान ने घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी।
जखोली, रुद्रप्रयाग [जेएनएन]: जखोली प्रखंड की बांगर पट्टी के 16 गांवों के आराध्य देव भगवान वासुदेव की दिवारा यात्रा का बांगर में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान भगवान ने घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी।
रविवार को भगवान की डोली अंतिम पड़ाव स्थल लिस्वाटा से अपने मूल मंदिर पुजारगांव के लिए प्रस्थान करेगी। वहीं 29 जनवरी से क्षेत्र में शुरू होने वाले महायज्ञ को लेकर मंदिर समिति भी तैयारियों में जुटी हुई है।
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पिछले वर्ष 24 अप्रैल से शुरू हुई भगवान वासुदेव की यात्रा के अंतिम पड़ाव स्थल लिस्वाटा में भक्तों ने भगवान की पूजा अर्चना की। वासुदेव ने नौ माह के भ्रमण के दौरान बांगर क्षेत्र के 16 गांवों में घर-घर जाकर भक्तों को दर्शन दिए।
भक्तों ने भी भगवान को फूल एवं अक्षत से जोरदार स्वागत किया। इस दौरान प्रतिदिन भगवान की सुबह शाम पूजा अर्चना भी की गई। 29 जनवरी से क्षेत्र में शुरू होने वाला महायज्ञ 16 गांवों के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न होगा। प्रत्येक गांव में यज्ञ तैयारियों की जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह 15 फरवरी तक चलेगा।
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यज्ञ के दौरान श्रीमदभागवत कथा का आयोजन भी किया जाएगा। समिति के वरिष्ठ सदस्य ब्लाक प्रमुख राजकुमारी रावत व संरक्षक कुलेंद्र राणा ने संयुक्त बयान में बताया कि 21 वर्षो बाद आयोजित हो रहे इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर क्षेत्रीय लोग काफी उत्साहित हैं।
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