Dharchula: छारछुम में बना झूला पुल, जून माह से भारत-नेपाल के बीच दौड़ने लगेंगे वाहन
Dharchula वाहनों से आवागमन शुरू हो जाने से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे। नेपाल और भारत के बीच आवागमन के लिए आधा दर्जन से अधिक झूला पुल बने हुए हैं। भारत सरकार ने जरूरत को देखते हुए छारछुम में मोटर पुल की स्वीकृति दी थी और इसके लिए 32 करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत की थी।
संवाद सहयोगी,जागरण, धारचूला: Dharchula News: पिथौरागढ़ जिले से भारत-नेपाल के बीच वाहनों से आवागमन शुरू हो जायेगा। यह जिले में पहली बार होगा। इसके लिए धारचूला तहसील के छारछुम में मोटर पुल बनकर तैयार हो गया है।
वाहनों से आवागमन शुरू हो जाने से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे। पिथौरागढ़ जनपद से नेपाल के बैतड़ी, डडेलधूरा, दार्चुला और बजांग जिले लगे हुए हैं। नेपाल और भारत के बीच आवागमन के लिए आधा दर्जन से अधिक झूला पुल बने हुए हैं।
अभी तक नहीं होता है आवागमन
पिथौरागढ़ जिले से नेपाल के बीच वाहनों से आवागमन अभी तक नहीं होता है। वाहन से यात्रा करने वाले लोगों को चंपावत जिले के अंतर्गत ब्रहमदेव और बनबसा से आवागमन करना पड़ता है।
भारत और नेपाल दोनों देशों के लोग लंबे समय से दोनों देशों की सीमा रेखा काली नदी पर मोटर पुल बनाये जाने की मांग उठा रही थी। भारत सरकार ने जरूरत को देखते हुए छारछुम में मोटर पुल की स्वीकृति दी थी और इसके लिए 32 करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत की थी।
लोक निर्माण विभाग अस्कोट ने छारछुम में 110 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा पुल तैयार कर लिया है। पुल में पेटिंग का कार्य शेष है। जो मई माह में पूरा हो जायेगा। जून माह से पुल शुरू कर दिया जायेगा। इस पुल के शुरू हो जाने से भारत और नेपाल के सीमावर्ती कस्बों में व्यापार बेहतर होगा।
पुल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। जून माह से पुल शुरू कर दिया जायेगा। पल निर्माण से भारत और नेपाल के सीमावर्ती कस्बों के लोगों को आवागमन में खासी सुविधा मिलेगी।
- संजय राठी, अधिशासी अभियंता, लोनिवि अस्कोट