Monkey Terror in Lansdowne: गुलदार के बाद अब बंदर और लंगूर का लैंसडौन में आतंक, लोग परेशान; वन विभाग भी बेबस
आग की घटनाओं से निजात भले ही लोगों को नहीं मिल पाई हो लेकिन पर्यटन नगरी के निकटवर्ती क्षेत्रों में बंदर व लंगूर के आतंक से लोगों में दहशत बढ़ने लगी है। आलम यह है कि लैंसडौन के प्रवेश द्वार एमईएस चौराहे में सुबह-शाम बंदर व लंगूरों का जमघट पूरे दिन लगा रहता है। जबकि स्टेट बैंक वाली सड़क में बंदर पेड़ों में चढ़कर उत्पात मचा रहे है।
संवाद सहयोगी, लैंसडौन। पर्यटन नगरी लैंसडौन के निकटवर्ती क्षेत्रों में बंदर व लंगूर जमकर उत्पात मचा रहे है। इधर, गुलदार के नगर क्षेत्र में आए दिन दस्तक देने से नागरिकों में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। जंगली जानवरों के इस आतंक से निजात दिलाने में वन विभाग भी बेबस नजर आ रहा है।
गर्मियों का सीजन शुरू होने के साथ ही लैंसडौन के निकटवर्ती क्षेत्रों में जंगलों में आग की घटनाएं भी बढ़ने लगी है। इन घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग ने अपना पूरा ध्यान फोकस किया हुआ है।
बंदर और लंगूर के आतंक से लोग परेशान
आग की घटनाओं से निजात भले ही लोगों को नहीं मिल पाई हो, लेकिन पर्यटन नगरी के निकटवर्ती क्षेत्रों में बंदर व लंगूर के आतंक से लोगों में दहशत बढ़ने लगी है। आलम यह है कि लैंसडौन के प्रवेश द्वार एमईएस चौराहे में सुबह-शाम बंदर व लंगूरों का जमघट पूरे दिन लगा रहता है। जबकि स्टेट बैंक वाली सड़क में बंदर पेड़ों में चढ़कर उत्पात मचा रहे है।
पैदल सैर करना हुआ मुश्किल
इस समस्या के चलते बैंक समेत अन्य कार्यों से इस मार्ग से होकर पैदल जाने वाले लोगों का सैर कर पाना मुश्किल हो गया है। अफसर मेस से लेकर खाईबर पास चौराहे व ग्रीन फील्ड के क्षेत्र में भी लंगूर व बंदर जमकर आतंक मचा रहे है। बता दें कि ग्रीन फील्ड से होकर नगर के सेंट जॉन्स कॉन्वेंट स्कूल समेत आर्मी स्कूल व केंद्रीय विद्यालय के छात्र प्रतिदिन होकर पैदल ही गुजरते है। छावनी परिषद कार्यालय समेत भूल्ला लेख का भी यही मार्ग है।