जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Uttarakhand Forest Fire: कुमाऊं के
जंगलों में आग की रफ्तार मंगलवार को इस तेजी से बढ़ी कि एक दिन में आग की घटनाओं का पुराना रिकार्ड टूट गया।
मैदान से पहाड़ तक लाल लपटों की वजह से 101 हेक्टेयर जंगल राख हो गया। जबकि गढ़वाल में स्थिति नियंत्रण में नजर आई। यहां आग के पांच मामलों में साढ़े सात हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आया।
सिस्टम की तैयारियों और दावों की हकीकत
दूसरी तरफ कुमाऊं में लगातार बढ़ रही घटनाओं ने सिस्टम की तैयारियों और दावों की हकीकत भी बता दी है।
अपर प्रमुख वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को कुमाऊं से जुड़ी भूमि संरक्षण रानीखेत, अल्मोड़ा डिवीजन, सिविल सोयम अल्मोड़ा, बागेश्वर डिवीजन, पिथौरागढ़ वन प्रभाग, तराई पूर्वी और रामनगर डिवीजन के जंगल में आग लगी थी।
पर्वतीय क्षेत्र में नुकसान ज्यादा हुआ। वहीं, एक नवंबर 2023 से सात मई तक के आंकड़ों पर नजर डाले तो गढ़वाल में अब तक 440.755 हेक्टेयर, कुमाऊं में 775 हेक्टेयर और वन्यजीव आरक्षित क्षेत्र में 99.53 हेक्टेयर जंगल अब तक झुलस चुका है।
कालाढूंगी और कोसी रेंज में आग
वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त डा. विनय भार्गव ने बताया कि मंगलवार को रामनगर वन प्रभाग की कालाढूंगी रेंज के देगांव में सुबह
आग की सूचना मिलने पर वनकर्मी मौके पर पहुंचे थे। तेज हवाओं के बावजूद जैसे-तैसे काबू पाया गया। इसके अलावा कोसी क्षेत्र में भी
आग की घटना सामने आई।
आग जलाने में पांच हजार का चालान
बढ़ती घटनाओं को लेकर खुले में आग जलाने को लेकर अब चेकिंग अभियान चल रहा है। सफाई निरीक्षक अमोल असवाल ने बताया कि तीनपानी में जनता टायर नाम के प्रतिष्ठान का मंगलवार को पांच हजार का चालान किया गया। कर्मचारी बाहर कपड़े को जला रहा था।