गौरैया के सरंक्षण के लिए वन विभाग ने की पहल, वितरित करेंगे कृत्रिम घोंसले
विश्व गौरैया दिवस पर रामनगर वन प्रभाग ने कार्यक्रम में अधिकारियों ने कहा कि गौरैया के सरंक्षण के लिए वन विभाग स्कूली बच्चों को लकड़ी के कृत्रिम घोंसले वितरित करेगा।
By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 20 Mar 2017 04:37 PM (IST)Updated: Tue, 21 Mar 2017 04:00 AM (IST)
रामनगर, [जेएनएन]: विलुप्त होती जा रही गौरेया के सरंक्षण के लिए वन विभाग ने पहल की है। इस दौरान वन विभाग की और से जनता, स्कूली बच्चों व वार्डों के लिए 3000 लकड़ी के कृत्रिम घोंसले वितरित किये गए।
विश्व गौरैया दिवस पर रामनगर वन प्रभाग ने नगर पालिका हॉल में ओ री चिड़िया, नन्ही सी चिड़िया अंगना में फिर से आना रे गाने के साथ पक्षी दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। हालांकि कार्यक्रम में विधायक दीवान सिंह बिष्ट को भी शिरकत करनी थी, लेकिन वह नहीं आ पाये।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चे, वन्य जीव प्रेमियों एवं एन जीओ के सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान वक्ताओं ने गौरेया के विलुप्त होने के पीछे आधुनिक जीवन शैली, कंक्रीट के घर, मोबाइल टॉवर से निकलने वाली रेडीएशन को जिम्मेदार ठहराया। प्रेरित किया की अब वह आधुनिक जीवन शैली में भी अपने घरो में गौरेया का सरंक्षण करें। और लोगों को जागरूक करें।
इसके लिए घरों में कृत्रिम घोंसले बनाकर रखे। ऐसा करने से विलुप्त होती जा रही गौरैया के अस्तित्व को बचाया जा सकता है। कार्यक्रम में डीएफओ नेहा वर्मा, उपनिदेशक अमित वर्मा, एसडीओ टीएस शाही, पालिकाध्यक्ष अकरम, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अमिता लोहनी समेत अनेक लोग मौजुद रहे।
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