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    900 से अधिक जड़ी-बूटी समेत अन्य पेड़-पौधे हैं पतंजलि उद्यान में

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Thu, 04 May 2017 06:00 AM (IST)

    योगगुरु बाबा रामदेव ने बताया कि उद्यान में 900 से अधिक जड़ी-बूटी, फलों के वृक्ष समेत जलीय एवं सजावटी पौधे आकर्षण का केंद्र हैं।

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    900 से अधिक जड़ी-बूटी समेत अन्य पेड़-पौधे हैं पतंजलि उद्यान में

    हरिद्वार, [महेश पांडे]: पतंजलि अनुसंधान केंद्र स्थित औषधीय उद्यान औषधियों पौधों का खजाना है। उद्यान में 900 से अधिक जड़ी-बूटी, फलों के वृक्ष समेत जलीय एवं सजावटी पौधे आकर्षण का केंद्र हैं। इन औषधीय पौधों पर बोर्ड के माध्यम से उसकी महत्ता एवं कौन सी बीमारी में इसका लाभ होगा, इस बारे में अंग्रेजी और हिंदी में जानकारी दी गई है।

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    योगगुरु बाबा रामदेव ने बताया कि युवाओं को आयुर्वेद की जानकारी देने और सामान्य रूप से उपलब्ध औषधीय पौधों के संरक्षण के लिए पतंजलि औषधीय उद्यान को स्थापित किया गया है। उद्यान में वर्तमान में लगभग 300 जड़ी-बूटी के पौधे, 50 आरोही लता, 25 जलीय पौधे और 350 वृक्षों की प्रजातियां उपलब्ध हैं। 

    बड़ी संख्या में संग्रहित औषधीय, सुगंधित तथा सजावटी पौधों पर अनुसंधान की संभावनाओं को तलाशने और वैज्ञानिकों के साथ-साथ साधारण जनसमूह के हित के लिए पतंजलि औषधीय उद्यान बनाया गया है। बताया कि पतंजलि अनुसंधान केंद्र में वनस्पति विज्ञान, आयुर्वेद तथा कृषि के क्षेत्र से संबंधित वैज्ञानिकों की एक टीम अनुसंधान करेगी। 

    पतंजलि औषधीय उद्यान की मुख्य विशेषताएं

    -उद्यान परिसर में पांच कृत्रिम गुफाएं हैं, जो ब्रायोपफाइट, टेरिडोपफाइट और ऑर्किड पौधों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं। कुछ गुफाएं सुंदर मूर्तियों के माध्यम से आयुर्वेद के आधारभूत ज्ञान को प्रदर्शित करती हैं। जैसे-किस प्रकार से हमारे पूर्वज आयुर्वेदिक औषधियां जैसे-चूर्ण, बटी, आसव एवं भस्म आदि तैयार करते थे। योग आसन, प्राणायाम और विभिन्न योग मुद्राएं भी इसी प्रकार की मूर्तियों के माध्यम से प्रदर्शित की गई हैं।

    -यहां पर एक बहुत सुंदर नवग्रह वाटिका भी है, जो नौ ग्रहों के लिए संबंधित पौधे जैसे-अपामार्ग, एकाइरेन्थस एस्पेरा बुध ग्रह के लिए, गूलर, पफाइकस रैसीमोसाद्ध शुक्र ग्रह के लिए, पलाश, ब्यूटिआ मोनोस्र्पमाद्ध चंद्रमा के लिए, पीपल, पफाइकस, रेलिजिओसाद्ध गुरु या बृहस्पति ग्रह के लिए, खदिर, ऐकेसिया कटेचूद्ध मंगल ग्रह के लिए, आक, मदारद्ध, कैलोट्रोपिस जाइगैन्टिया सूर्य ग्रह के लिए, कुश, डेस्मोस्टैक्यि ग्रह के लिए, शमी, प्रोसोपिस सिनेरियाद्ध शनि ग्रह के लिए और दूर्वा, सायनोडॉन डैक्टाइलान राहु ग्रह के लिए है।

    -यहां पर सात कृत्रिम फव्वारे तथा एक सुंदर जलाशय भी स्थित है, जो जलीय पौधे जैसे-ट्रापा नेटेन्स, सिंघाडाद्ध, निम्पिफया, कमलद्ध, नीलम्बो न्यूसिफेरा, निम्पफोइडीज इण्डिका, तगरद्ध, सिरैटोपिफलम डेमेरसम, पिस्टिया स्ट्रैटिआइटीज, टाइफा अंगुस्टिफोलिया आदि के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है।

    -विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के लिए एक बड़ा पक्षीघर तथा छोटे-छोटे तालाब तथा झरने के चारों ओर दुर्लभ प्रजातियों के पौधे हैं, जो पक्षियों के लिए प्राकृतिक वातावरण प्रदान करते हैं। 

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