हरिद्वार में परम वैभव की ओर बढ़ रहा कांवड़ मेला
कांवड़ मेला परम वैभव की ओर बढ़ रहा है। पंचक लगने के बाद कांवड़ियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। लाखों की संख्या में कांवड़िये रोजाना हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
हरिद्वार, [जेएनएन]: कांवड़ मेला परम वैभव की ओर बढ़ रहा है। पंचक लगने के बाद कांवड़ियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। लाखों की संख्या में कांवड़िये रोजाना हरिद्वार पहुंच रहे हैं। साथ ही इक्का-दुक्का डाक कांवड़ के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
धर्मनगरी कांवड़ मेले के रंग में रंगी हुई है। बीस जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला रंगत में दिखने लगा है, पंचक की समाप्ति के बाद इसका रंग और भी गाढ़ा हो जाएगा। धर्मनगरी में इन दिनों एक छोर से दूसरे छोर तक कांवड़िये ही दिख रहे हैं। पूरा शहर बम-बम भोले के जयकारों से गूंज रहा है। कांवड़िये गंगा जल भरकर पुनीत लक्ष्य को डग भरते जा रहे हैं।
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हरकी पैड़ी से लेकर पंतद्वीप पार्किंग तक कांवड़ियों की भीड़ रही। कांवड़ पटरी पर तो दिन-रात कांवड़ियों की चहल कदमी हो रही है। हर तरफ केसरिया रंग में रंगे कांवड़िये ही नजर आ रहे थे।
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एक दो दिन बाद मेला अपने चरमकाल पर पहुंच जाएगा। डाक कांवड़ की आवक शुरू होने पर इसका अलग ही रंग नजर आने लगेगा। कांवड़ में जल भरने हरिद्वार पहुंचे कांवडिय़े गंगा में पुण्य की डुबकी भी लगा रहे हैं और यहां के ऐतिहासिक मठ-मंदिरों के दर्शन कर अभिभूत भी हो रहे हैं। पहले चार दिनों में अब तक 57 लाख से अधिक कांवड़िये धर्मनगरी से गंगा जल लेकर वापसी की राह पकड़ चुके हैं।
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