डाक कांवड़ियों का उमड़ा रेला, भगवा में रंगा हरिद्वार
कांवड़ियों के सैलाब से धर्मनगरी हरिद्वार का रंग पूरी तरह भगवा हो गया है। चारों ओर बम-बम भोले की गूंज है। कांवड़ियों के आने और गंगाजल भरने के बाद लौटने का सिलसिला जारी है।
हरिद्वार, [जेएनएन]: कांवड़ियों के सैलाब से धर्मनगरी हरिद्वार का रंग पूरी तरह भगवा हो गया है। चारों ओर बम-बम भोले की गूंज है। हरकी पैड़ी समेत अन्य स्नान घाटों में कांवड़ियों के आने और गंगाजल भरने के बाद लौटने का सिलसिला जारी है। ऐसे में पुलिस को सुरक्षा व यातायात व्यवस्था बनाने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है, जबकि स्थानीय लोग बमुश्किल ही घरों से बाहर निकलने का साहस जुटा पाए।
शुक्रवार 21 जुलाई को श्रावण की शिवारात्रि का पर्व है और इस दिन कांवड़िए गंगाजल से अपने गांव के शिवालय में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं। अब एक दिन शेष रहने पर हरिद्वार में गंगाजल लेने के लिए पहुंचने वाले कांवड़ियों की तादाद भी बढ़ रही है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली से आने वाले डाक कांवड़ियों के जत्थे हरिद्वार पहुंकर गंगाजल भरकर वापस भी लौटे रहे हैं। दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर कांवड़ियों का ही कब्जा रहा। कांवड़ियों की मोटरसाइकिलों, ट्राली ट्रैक्टर, कार, ट्रक से हाईवे पर जाम की स्थिति बनी है।
हरकी पैड़ी पर जल भरने के बाद कांवड़िओं ने कनखल स्थित भगवान भोले की ससुराल दक्षेश्वर महादेव मंदिर, बिल्वकेश्वर मंदिर, मायादेवी मंदिर में जलाभिषेक कर मत्था टेक भगवान का आर्शीवाद लिया और अपने घर परिवार, देश समाज में अमन चैन की मन्नत मांगी।
हरकी पैड़ी क्षेत्र में तो यह हालात रहे कि ब्रह्मकुंड समेत अन्य स्नान घाटों तक पहुंचने के लिए कांवड़ियों को भी खासा पसीना बहाना पड़ा। जिला प्रशासन के अनुसार हरिद्वार में आज कांवड़ मेले के अंतिम दिन रेकार्ड कांवड़िए पहुंच रहे हैं।
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