अधिकारी अपने चयन की सार्थकता साबित करें: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज मसूरी में कुछ समय बिताएंगे। वे यहां लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में प्रशिक्षु अधिकारियों से मिले।
मसूरी, [जेएनएन]: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रशिक्षणरत अधिकारियों का आह्वान किया कि वे मेहनत और ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करें। कहा कि तभी उनके सर्वोच्च प्रशासनिक सेवाओं में चुने जाने की सार्थकता साबित होगी।
राष्ट्रपति मुखर्जी मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में फाउंडेशन कोर्स पूरा कर चुके 397 नव अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और आप सभी को देश सेवा का मौका मिला है। इस सेवा का लाभ देश के अंतिम व्यक्ति तक मिलना चाहिए। इसी से देश की तरक्की होगी। उन्होंने प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें जहां कहीं भी तैनाती मिले, वहां काम से ही अपनी पहचान बनाएं।
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राष्ट्रपति मुखर्जी पूर्वाह्न पौने बारह बजे जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचने के बाद वायुसेना के विशेष विमान से मसूरी के लिए रवाना हुए। राज्यपाल केके पाल भी उनके साथ थे। दोपहर करीब बारह बजकर पांच मिनट पर पोलोग्रांउड में उतरने के बाद वह सीधे अकादमी परिसर स्थित डॉ. संपूर्णानंद सभागार पहुंचे।
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संबोधन के बाद दोपहर एक बजकर 35 मिनट पर वह वाया जौलीग्रांट दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इससे पहले सुबह जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर राज्यपाल डॉ. केके पाल और मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति के मसूरी प्रवास के दौरान जीरो प्वाइंट कैम्पटी रोड से कंपनी गार्डन की तरफ वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
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