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मोदी सरकार की 'प्रसाद योजना' में केदारनाथ धाम का भी होगा कायाकल्प

देश के विरासत शहरों व तीर्थ स्थलों का कायाकल्प करने वाली केंद्र सरकार की प्रसाद योजना में केदारनाथ धाम को भी शामिल किया गया है।

By gaurav kalaEdited By: Published: Wed, 21 Sep 2016 12:23 PM (IST)Updated: Thu, 22 Sep 2016 03:00 AM (IST)
मोदी सरकार की 'प्रसाद योजना' में केदारनाथ धाम का भी होगा कायाकल्प

देहरादून, [जेएनएन]: देश के विरासत शहरों व तीर्थ स्थलों का कायाकल्प करने वाली केंद्र सरकार की प्रसाद योजना में केदारनाथ धाम को भी शामिल किया गया है। केंद्र सरकार ऐसे स्थलों में तीर्थ यात्रियों के लिहाज से सभी तरह की सुविधाएं विकसित करेगी।
इसके तहत 29 व 30 सितंबर को भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण विभाग में राष्ट्रीय स्तरीय कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है।

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भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण विभाग क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख व अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. हर्षवर्धन के अनुसार प्रसाद (पिलिग्रिमेज रिजुवेनेशन एंड स्प्रिचुअल एग्युमेंटेशन ड्राइव) के तहत केदारनाथ का चयन किए जाने से धाम में सुविधाओं में इजाफा होगा। इसके साथ ही हृदय (हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड एग्युमेंटेशन योजना) के तहत देश के 12 विरासत शहरों का चयन किया गया है।

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हालांकि विरासत शहर में उत्तराखंड का कोई शहर शामिल नहीं है। 500 करोड़ रुपये की प्रसाद व हृदय शहरों में सामाजिक स्तर व समस्याओं के अध्ययन की जिम्मेदारी भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण विभाग को मिली है। क्षेत्रीय कार्यालय के विज्ञानी वेणुगोपाल पीएन ने बताया कि इसके लिए आयोजित की जा रही कार्यशाला में विशेषज्ञों से सुझाव प्राप्त किए जाएंगे।

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