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कांवड़ व्‍यवस्‍था पुलिस के लिए अर्द्धकुंभ मेले का अभ्‍यास: डीजीपी

11वीं अंतरराज्‍यीय और अंतर इकाई समन्‍वय बैठक में कांवड़ और अर्द्धकुंभ मेले की तैयारियों पर चर्चा हुई। डीजीपी बीएस सिद्धू ने कहा कि पुलिस के लिए कांवड़ व्‍यवस्‍था अर्द्धकुंभ मेले के लिए पूर्वाभ्‍यास रहेगा। उन्‍होंने अधिकारियों को मेले के दौरान अपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए मुस्‍तैद रहने के निर्देश

By BhanuEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 06:45 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 06:49 PM (IST)

देहरादून। 11वीं अंतरराज्यीय और अंतर इकाई समन्वय बैठक में कांवड़ और अर्द्धकुंभ मेले की तैयारियों पर चर्चा हुई। डीजीपी बीएस सिद्धू ने कहा कि पुलिस के लिए कांवड़ व्यवस्था अर्द्धकुंभ मेले के लिए पूर्वाभ्यास रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को मेले के दौरान अपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित बैठक पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, एसएसबी, रेलवे सुरक्षा बल आदि अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। डीजीपी सिद्धू ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं।
इस दौरान व्यवस्थाएं बनाना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती रहती है। उन्होंने कांवडि़यों के आवागमन वाले संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करने और यात्रा के दौरान भंडारा लगाने वालों को भी असमाजिक गतिविधियों में लिप्त होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी देने को कहा।
कहा कि ध्यान रहे कोई कांवड यात्री हाकी, डंडे, त्रिशूल, डीजे, आदि लेकर यात्रा न करें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने मेले को लेकर पुलिस, पार्किग, वैकल्पिक मार्गो, सीसीटीवी आदि व्यवस्थाओं की जानकारी दी।

कांवड़ के लिए इन विंदुओं पर किया विचार विमर्श
1- कांवडि़यों के लिए मसूरी, सहस्रधारा, कैम्पटीफाल आदि पर्यटन स्थलों पर प्रतिबंध लगाने।
2 - उत्तराखण्ड तथा पड़ोसी राज्यों में वामपंथी उग्रवाद व उनकी गतिविधियों पर नजर।
3 - नेपाल व चीन सीमाओं के सन्दर्भ में सभी पुलिस संगठनों व सुरक्षा एजेंसियों के मध्य सूचनाओं का आदान प्रदान।
4 - नकली मुद्रा के आवागमन व परिचालन को रोकने सतर्कता।
5- अपराध की रोकथाम के लिए तत्परता।
6- तिब्बत/नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से होने वाली तस्करी की रोकथाम।

अर्धकुंभ मेला के लिए इन विंदुओं पर चरचा
1- मेले के दौरान लगने वाले पुलिस बल एवं उपकरण।
2- मेले के दौरान होने वाले विभिन्न महत्वपूर्ण स्नान के अवसरों पर सुरक्षा व्यवस्था।
3- भीड़ व यातायात नियंत्रण और यातायात के वैकल्पिक मार्गो का चिन्हीकरण करना
4- मेला अवधि के दौरान असमाजिक तत्वों व राष्ट्र विरोधी तत्वों की गतिविधियों की निगरानी।

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