एआरटीओ टीम के वाहन पर हाथी ने किया हमला, कर्मचारी जान बचाकर भागे
हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर लच्छीवाला रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के पास हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बीते रोज चेकिंग कर रहे परिवहन विभाग की टीम पर दो हाथियों ने हमला कर दिया।
देहरादून, [जेएनएन]: हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर लच्छीवाला रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के पास चेकिंग कर रहे परिवहन विभाग की टीम पर दो हाथियों ने हमला कर दिया। परिवहन विभाग के कर्मचारी किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे। इसके बाद एक हाथी ने वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि दूसरा हाथी अन्य वाहनों की तरफ दौड़ पड़ा। लोगों ने किसी तरह अपने वाहनों को मोड़कर जान बचाई। करीब आधे घंटे तक हाथी राजमार्ग पर खड़े रहे और इस दौरान वाहनों की आवाजाही बाधित रही।
शनिवार शाम को सहायक संभागीय कार्यालय (एआरटीओ) ऋषिकेश के परिवहन कर अधिकारी-प्रथम कुलवंत सिंह चौहान अपने चार कर्मचारियों के साथ आरओबी के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी करीब पांच बजे लच्छीवाला रेंज के जंगल से निकलकर दो हाथी टीम के सामने धमक पड़े। हाथियों को सामने देख परिवहन विभाग के कर्मचारी भाग खड़े हुए। जबकि उस समय कुलवंत सिंह वाहन के भीतर ही बैठे थे और हाथी को सामने देख उनकी सांसें अटक गई।
हालांकि हाथी उनकी सीट के दूसरी तरफ था और वह दरवाजा खोलकर भागने में सफल रहे। देखते ही देखते हाथी ने सूंड से वाहन को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। इस हमले में वाहन का सामने का शीशा भी टूट गया। वहीं, दूसरे हाथी ने राजमार्ग पर खड़े अन्य वाहनों की तरफ दौड़ लगा दी। इससे राजमार्ग पर अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई। लोगों ने बदहवाश स्थिति में अपने वाहनों को मोड़कर किसी तरह जान बचाई। करीब आधे घंटे बाद जब हाथी जंगल की तरफ लौटे, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली और राजमार्ग पर यातायात सुचारू हो पाया।
वन विभाग को नहीं सूचना
राजमार्ग पर शनिवार शाम धमके हाथियों की सूचना वन विभाग को थी ही नहीं। हालांकि लच्छीवाला रेंज के रेंजर घनानंद उनियाल का कहना है कि कुछ दिन पहले तक हाथी बालावाला-नकरौंदा क्षेत्र में घुस रहे थे। ऐसा लग रहा है कि वहां सौर ऊर्जा की तारबाड़ कर दिए जाने के बाद हाथियों ने रूट बदलकर यहां आवाजाही शुरू कर दी है। क्योंकि यहां पर शाम के समय हाथियों की आवाजाही नहीं देखी जाती थी। हालांकि जंगल से लगे कुछ और क्षेत्रों में सौर ऊर्जा की तारबाड़ प्रस्तावित है। इसके टेंडर भी आमंत्रित कर दिए गए हैं। तारबाड़ लग जाने के बाद हाथी जंगल में ही रहेंगे और उनकी आवाजाही राजमार्ग पर थम जाएगी।
कंडोली में गुलदार ने गाय को बनाया शिकार
बिधौली क्षेत्र में गुलदार (तेंदुआ) का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार देर रात यहां के कंडोली भिड़ास क्षेत्र में गुलदार ने एक गाय का शिकार कर दिया। हालांकि इसके बाद भी वन विभाग इस क्षेत्र में गश्त बढ़ाना तो दूर पिंजरे तक नहीं लगा पाया है।
शनिवार देर रात बिधौली क्षेत्र में घुसे गुलदार ने स्थानीय निवासी राजकुमार मधवाल की खूंटे पर बंधी गाय पर हमला कर दिया। जब तक राजकुमार मधवाल को इसकी भनक लगी, तब तक गुलदार गाय को मार चुका था। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि गुलदार की लगातार बढ़ रही धमक के बाद भी वन विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है। जिससे उनकी और उनके मवेशियों की जान हमेशा खतरे में बनी रहती है।
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