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स्मार्ट सिटी का तोहफा मिला, सुंदर व खुला-खुला दिखेगा दून

देहरादून शहर को स्मार्ट सिटी के तौर पर चुन लिया गया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के तीसरे चरण के लिए चयनित 30 शहरों में दून 16वें स्थान पर रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 23 Jun 2017 04:25 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 04:00 AM (IST)
स्मार्ट सिटी का तोहफा मिला, सुंदर व खुला-खुला दिखेगा दून

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: राज्य की नई भाजपा सरकार की मेहनत व सावधानी और डबल इंजन के दम ने आखिरकर रंग दिखाया। देहरादून शहर को स्मार्ट सिटी के तौर पर चुन लिया गया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के तीसरे चरण के लिए चयनित 30 शहरों में दून 16वें स्थान पर रहा है। 

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आराघर चौक से ईसी रोड, करनपुर बाजार, डीबीएस चौक एवं प्रिंस चौक, सहारनपुर चौक, कांवली रोड  बिंदाल पुल, चकराता रोड, घंटाघर समेत घोषित स्मार्ट सिटी क्षेत्र में दून के छह वार्ड पूरे और चार आंशिक तौर पर शामिल हैं। इस परियोजना पर कुल लागत 1407.5 करोड़ आएगी। 

शुक्रवार को दिल्ली से दून लौटे शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने मेयर विनोद चमोली की मौजूदगी में सचिवालय में स्मार्ट सिटी के रूप में दून का चयन होने की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए दून का कुल 354 हेक्टेयर अथवा 875 एकड़ क्षेत्रफल चयनित हुआ है। उक्त क्षेत्र में वार्ड संख्या-11, 12, 15, व 17 आंशिक और वार्ड संख्या-18, 19, 20, 21, 23 व 24 पूर्ण रूप से शामिल किए गए हैं। 

उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में प्रस्तुत किए गए स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव मंजूर नहीं हो पाए थे। 18 मार्च को गठित नई सरकार ने 31 मार्च को महज 12 दिन में स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव नए सिरे से तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा था। इसके लिए आइआइटी रुड़की, आइआइआटी खडगपुर, आइआइटी दिल्ली, पेट्रोलियम विश्वविद्यालय और डीआइटी विश्वविद्यालय की मदद से प्रस्ताव तैयार किया गया। इस प्रस्ताव पर केंद्र ने मुहर लगा दी। 2020 तक स्मार्ट सिटी परियोजना पूरी होगी।  

उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी में दो तरह की परियोजनाएं क्षेत्र आधारित विकास व पैन सिटी सम्मिलित की गई हैं। स्मार्ट सिटी पर कुल 1407.5 करोड़ की लागत आएगी। इसमें स्मार्ट सिटी फंड 1000 करोड़ होगा। इसमें 500 करोड़ केंद्र सरकार देगी, जबकि 500 करोड़ राज्य सरकार व नगर निगम जुटाएंगे। कन्वर्जेंस से 236 करोड़ और पीपीपी परियोजना से 171.5 करोड़ स्मार्ट सिटी पर खर्च किए जाएंगे। टूरिस्ट हब की पहचान रखने वाला दून स्मार्ट सिटी बनने पर सुंदर, स्वच्छ व खुला नजर आएगा। पांच चौराहों प्रिंस चौक, घंटाघर, एस्लेहॉल चौक, कनक चौक व ग्लोब चौक को सुंदर बनाया जाएगा। 

स्मार्ट सिटी के तहत यूं होगा विकास:

क्षेत्र आधारित विकास परियोजना:

-पलटन बाजार में लोगों की सुविधाओं के लिए खुली सड़कें व पैदल चलने की सुविधा, मुख्य पांच चौराहों का सौंदर्यीकरण व चौड़ीकरण, गांधी पार्क को पुनर्विकसित करते हुए सौंदर्यीकरण, नगर निगम कार्यालय को धरोहर के तौर पर सहेजने के साथ ग्रीन बिल्डिंग के रूप में बदलने, डीएवी व डीबीएस कॉलेज क्षेत्र को पुनर्विकसित करते हुए सड़क चौड़ीकरण, बायो टॉयलेट्स व वाटर एटीएम, घंटाघर स्थित एमडीडीए कॉम्पलेक्स में बच्चों व आम नागरिकों के लिए मॉडल थीम पार्क विकसित करने, पूर्व तहसील परिसर में मल्टी लेवल कार पार्किंग विकसित करने व ईसी रोड का स्मार्ट मॉडल रोड के तौर पर विकास। 

पैन सिटी परियोजना: 

शहर के लिए कमांड एवं कंट्रोल सेंटर, दून के नागरिकों के लिए देहरादून वन-एप इंटेलीजेंट पोल, सिटीजन ऑउटरिच प्रोग्राम, जन सामान्य तक स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने को स्मार्ट एंबुलेंस हेल्थकेयर सोल्यूशन। 

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