मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी बना करोड़ों ठगने वाला गिरफ्तार
पांच साल पहले मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) कंपनी शुरू कर हजारों लोगों को इसमें सदस्य बनाकर करोड़ों रुपये ठगने वाले नेपाली मूल के एक ठग को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून। पांच साल पहले मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) कंपनी शुरू कर हजारों लोगों को इसमें सदस्य बनाकर करोड़ों रुपये ठगने वाले नेपाली मूल के एक ठग को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने कंपनी के माध्यम से एलोवेरा का जूस बिकवाया और रुपये मोटे मुनाफे का लालच दिया।
एसएसपी एसटीएफ डॉ. सदानंद दाते ने बताया कि अप्रैल में स्थानीय लोगों ने कोतवाली पुलिस को एक कंपनी रोब्यूस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड पर ठगी करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। कुछ दिनों बाद मामले की जांच सीबीसीआइडी को सौंप दी गई।
एसटीएफ ने सीबीसीआइडी के साथ मिलकर जांच की तो पता चला कि यह कंपनी प्रिंस चौक पर वर्ष 2010 में संतोष तमांग पुत्र वीर बहादुर तमांग (निवासी गांव सैमजोग, जिला धादिम, बागमती आंचल नेपाल) ने शुरू की थी। जिसमें उसके कुमार तमांग और सुमन श्रेष्ठ नाम के दो अन्य साथी भी थे।
प्रत्येक एजेंट से ज्वाइनिंग के नाम पर 3900 रुपये लिए गए। ये एजेंट भी एजेंट पर एजेंट बनाते चले गए। इस प्रकार जब कंपनी के खाते में करीब लाखों रुपये जमा हो गए तो तमांग व उसके साथियों ने निश्चित समयांतराल पर इस रकम को निकालना शुरू कर दिया।
इस बीच ये तीनों कंपनी के एजेंटों को भी वादे के अनुसार कमीशन के नाम पर चेक देने शुरू कर दिए। कुछ समय तक तो लोगों को भुगतान हुआ लेकिन करीब दो साल बाद चेक बाउंस होने लगे। तब तक तमांग आदि ने करीब दो करोड़ रुपये कंपनी के बैंक खातों से निकाल लिए थे।
इसके बाद नवंबर 2012 में संतोष तमांग ने सबसे संपर्क करना बंद कर दिया तो इसके दोनों साथी कुमार तमांग और सुमन श्रेष्ठ कंपनी बंद कर फरार हो गए। एसटीएफ ने करीब दो माह की जांच पड़ताल के बाद मंगलवार शाम को संतोष तमांग को गुडग़ांव हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया।
डॉ. दाते ने बताया कि आरोपियों ने देहरादून के करीब 2500 लोगों समेत पंजाब और उप्र के शहरों में पांच हजार से अधिक एजेंट बनाए। जबकि, इसके दोनों साथी नेपाल में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
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