जिंदगी और मौत के बीच दो घंटे तक झूलते रहे आठ लोग
विकासखंड घाट मुख्यालय में तड़के जब नंदाकिनी उफान पर आई तो डाक बंगले के पास कटाव से चार परिवार पानी के बीच में फंस गए। यहां टापू बनने से वे मदद के लिए चिल्लाते रहे।
गोपेश्वर, [जेएनएन]: विकासखंड घाट मुख्यालय में तड़के जब नंदाकिनी उफान पर आई तो डाक बंगले के पास कटाव से चार परिवार पानी के बीच में फंस गए। यहां टापू बनने से वे मदद के लिए चिल्लाते रहे।
हालांकि, पुलिस, आपदा प्रबंधन की टीम व स्थानीय लोगों ने दो घंटे की मशक्कत कर उन्हें सुरक्षित निकाला गया, जबकि दो लोग नंदाकिनी नदी में बहकर लापता हैं।
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बताया गया कि घाट में जब नदी का जलस्तर बढ़ा तो नदी के कटाव से यहां टापू बन गया। बीच में संदीप पुत्र बुद्धिराम, मदनी राम पुत्र बस्सी लाल, गुड्डी देवी पत्नी महावीर, गुंजन पुत्री संदीप, संजू पुत्र संदीप, बुद्धिराम पुत्र बच्चीराम, सीता देवी पत्नी वंशी लाल वंशी लाल पुत्र कुंवारी राम फंस गए। टापू से दो घंटे की मशक्कत के बाद उन्हे सुरक्षित निकाला गया।
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