स्कूल में बच्चों के उपचार में लापरवाही पर डीएम का पारा चढ़ा
बागेश्वर में मीटिंग के दौरान जिलाधिकारी का पारा उस वक्त चढ़ गया, जब उनके सामने कुछ रोज पहले चार बच्चों को उपचार न मिलने की बात सामने आई।
बागेश्वर, [जेएनएन]: बागेश्वर के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि गत दिनों खलझूनी में चार बच्चों को उपचार न मिलना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि गर्भवतियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएं। कहा कि स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होता रहे। इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी से कार्य करना होगा।
जिलाधिकारी ने सीएमओ से कहा कि वे सचल चिकित्सा वाहन के शिविर का प्रचार प्रसार करे। हाइ रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं की पूर्व जानकारी रखे तथा तिथि से पूर्व विभाग उस पर विशेष ध्यान दे।
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सीएमओ को निर्देश दिए कि वे स्वास्थ्य कर्मियों, आशा व आइसीडीएस के फील्ड कर्मचारियों को संवेदनशील बनाएं तथा स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण पर विशेष ध्यान दे।
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क्लीनिक चला रहे स्कूल
स्कूल में बच्चो के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्कूल हेल्थ कार्यक्रम में नियुक्त चिकित्सक नगर में निजी क्लीनिक चला रहे है। ये चिकित्सक होम्योपैथ होने के बाद भी एलोपैथ का इलाज करते है। इनकी निजी क्लीनिक होने से इसका असर स्कूल मे बच्चो के स्वास्थ्य परीक्षण पर पड़ रहा है।