चिह्नीकरण की मांग पर राज्य आंदोलनकारियों ने खुद को किया कैद
अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में खुद को राज्य आंदोलनकारी चिह्नित करने की मांग को लेकर कर्इ लोगों ने खुद को तहसील में कैद कर लिया है।
द्वाराहाट, [जेएनएन]: चिह्नीकण से वंचित रह गए उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के सब्र का बांध एकबार फिर फिर टूट गया। कई आंदोलन करने के बावजूद खाली हाथ रह गए आंदोलनकारियों ने तहसील में तालाबंदी कर खुद को कैद कर लिया। उनकी मांग है कि या तो उन्हें चिह्नित आंदोलनकारी घोषित किया जाए या फिर जेल में डाल दिया जाए। वहीं तहसील में तालाबंदी होने से वहां के कर्मचारी बाहर घूमते नज़र आए।
उत्तराखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले द्वाराहाट और चौखुटिया तहसीलों के 12 लोग चिह्नीकण की मांग को लेकर वर्षों से आंदोलनरत हैं। कई बार टावरों में चढ़ जाने से हलकान प्रशासन ने शीघ्र चिन्हीकृत करने के आश्वासन पर बमुश्किल उन्हें उतारा। फिर भी बात न बनने पर बीती जुलाई में आमरण अनशन किया गया। समझौता करने पहुंचे अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को 21 जुलाई को नगर पंचायत सभागार में बंधक बना लिया गया।
इसके बाद जिलाधिकारी के 15 दिन में चिह्नीकृत करने का आश्वासन दिया, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। आंदोलनकारियों ने गत 9 अक्टूबर को भी मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसी के तहत आंदोलनकारी सुबह तहसील पहुंचे और गेट पर ताला लगाकर खुद को कैद कर लिया। गेट बंद होने के कारण तहसील कर्मी बाहर घूमते देखे गए।
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