दहशतगर्दी इस्लाम के खिलाफ, पाकिस्तान खुद भी परेशान
जागरण संवाददाता, पीलीभीत खानकाहे रशिदिया कदीरिया कराची के काजी सैयद अब्दुल अहद मियां ने कहा कि दहश
जागरण संवाददाता, पीलीभीत
खानकाहे रशिदिया कदीरिया कराची के काजी सैयद अब्दुल अहद मियां ने कहा कि दहशतगर्दी (आतंकवाद) पूरे इंसानियत की दुश्मन है। इस्लाम में कोई स्थान नहीं है। अमेरिका अपने निजी स्वार्थ के कारण जहां इसे धन और हथियार देकर बढ़ावा देता रहा, वहीं सऊदिया भी खासतौर पर युवाओं को जिहाद के नाम पर गुमराह करने का काम कर रहा है तभी तो पाकिस्तान जैसे मुल्क में मुसलमान ही मुसलमानों का खून बहा रहा है और मजारें तोड़ रहा है। इस वक्त जिहाद नहीं अमन की जरूरत है।
दरगाह अल्ला हू मियां दरबार में आए सज्जादानशीन ने जागरण से खास बातचीत में कहा कि दोनों मुल्कों का बंटवारा ही बहुत बड़ी भूल थी, अगर मिलजुलकर रहते तो बड़ी ताकत होती। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में एक जमात बनी है, जिसे अमेरिका पैसा और हथियार मुहैया कराता है। इस्लाम अमन का मजहब है, लेकिन यहां युवाओं को जिहाद के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। जिहाद तो इंसानियत की हिफाजत के लिए तब होता है, जब उसकी जरूरत हो। इस वक्त तो दूर-दूर तक उसकी कोई जरूरत हो। इस वक्त जिहाद के नाम पर जिस प्रकार खूनखराबा किया जा रहा है, वह इस्लाम के खिलाफ है। मौलाना अहद मियां ने कहा कि वर्ष 2000 में हज से आते वक्त सिपाहे साहेबा जमात के एक व्यक्ति ने मुझसे खुद कहा था कि हमारा उद्देश्य हुकूमत पर कब्जा करके अहले सुन्नत का कत्ल करना है और उनकी मजारों का नामोनिशां मिटाना है। सऊदिया का कानून लागू करना चाहते हैं। इसे कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत से कई गुना ज्यादा खुद पाकिस्तान दहशतगर्दी से त्रस्त है। इंसानियत के दुश्मन वहां ¨हदू-मुसलमान दोनों को परेशान कर रहे हैं।
मर्द की मर्जी से ही बीवी दे सकती है तलाक
उन्होंने कहा कि महिला तभी तलाक दे सकती है, जब मर्द उसे इसके लिए अपनी मर्जी से हुक्म दे। महिला को तलाक लेने का कोई हक नहीं है। इस मौके पर अल्ला हू मियां दरबार के मौलाना हजरत हसन मियां कदीरी भी मौजूद रहे।