लखनऊ मेल नहीं कोरियर सेवा कहिए
मुरादाबाद। वीआइपी ट्रेन में शुमार लखनऊ मेल में कोरियर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। यात्री के लिए आरक
मुरादाबाद। वीआइपी ट्रेन में शुमार लखनऊ मेल में कोरियर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। यात्री के लिए आरक्षित बर्थो पर कोरियर का सामान रखकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जा रहा है। इन पर नियंत्रण के लिए रेल प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है।
लखनऊ-नई दिल्ली के बीच ट्रेन संख्या 12229,12230 लखनऊ मेल को वीआइपी श्रेणी में रखा है। यह ट्रेन निर्धारित समय पर चलती है। ट्रेन में आगे की बोगी रेल डाक सेवा के लिए आरक्षित रहती है। इसमें उत्तर प्रदेश कीअधिकांश डाक सामग्री देश के विभिन्न कोने में पहुंचाई जाती है।
हवाई जहाज या विशेष वाहन से डाक पहुंचने वाले निजी कोरियर सर्विस संचालकों के लिए भी ट्रेन प्रिय हो गई है। ट्रेन दोनों ओर से रात दस बजे चलती है और सुबह सात बजे पहुंचती है। कोरियर सर्विस संचालक हवाई जहाज या विशेष वाहन से कोरियर भेजने के बजाय लखनऊ मेल से भेजते हैं। रात 9.30 बजे दिल्ली में कोरियर बुक होती है और सुबह लखनऊ पहुंच जाती है। कोरियर सर्विस संचालकों द्वारा फर्जी यात्रियों के नाम से एक साथ छह बर्थ एक साथ बुक कराई जाती हैं। उस पर कोरियर सामग्री रखी जाती है। इससे आम यात्रियों को बर्थ नहीं मिलती है। रेलवे के नियमानुसार यात्री बोगी में माल नहीं ले जाया जा सकता है। इसकी जानकारी रेलवे के अधिकारियों तक है। पिछले वर्ष स्टेशन अधीक्षक अवध अस्थाना ने चेकिंग अभियान शुरू करवाकर कई कोरियर सर्विस का माल पकड़ा था। कोरियर सर्विस संचालकों ने जुर्माना देकर माल छुड़ा लिया। देखने में आया कि कोरियर माफियाओं के दबाव के बाद अब चेकिंग बंद हो गई है। मंडल रेल प्रबंधक सुधीर अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं हैं। इसके लिए लखनऊ मेल की जांच कराई जाएगी।