झमाझम बारिश में रात भर भागते रहे रेलयात्री
मीरजापुर: शनिवार की रात लगभग डेढ़ बजे। स्थान मीरजापुर रेलवे स्टेशन का दो नंबर प्लेटफार्म। बारिश जब शुरू हुई तो यात्री शेड व जलनिकासी के लिए लगी पाइप झरने में तब्दील हो गई। वहां का नजारा किसी फाल जैसा लग रहा था। फिर तो ट्रेनों के इंतजार में बैठे यात्रियों में भागम-भाग की स्थिति उत्पन्न हो गई। फर्श पर सो रहे यात्री सीटों पर बैठे लोग सामान लेकर भागने लगे। मुख्य टिकट निरीक्षक कार्यालय से आरएमएस तक कोई ऐसी सीट व जगह नहीं थी जहां पर यात्री सुकून से बैठकर ट्रेनों का इंतजार कर सकें। चारों तरफ पानी फैला हुआ था। लोग रेल प्रशासन को कोस रहे थे। ए श्रेणी का स्टेशन होने के बाद भी यह हाल है। यात्री शेड के मरम्मत के नाम पर दो साल पहले दस लाख से अधिक का बजट खर्च किया गया था। पुराने शेडों को बदलकर नया शेड लगाया गया था। इसके बाद भी यह हाल है। शेड के पानी की निकासी के लिए लगायी गई पाइप कई स्थानों पर टूट गई है। इसकी वजह से पानी नाली में जाने की बजाय प्लेटफार्म पर गिरने लगता है। बारिश हुई नहीं कि यात्रियों के सामने मुसीबत खड़ी हो जाती है। यात्रियों का कहना है कि अधिकारी प्रति सप्ताह स्टेशन का निरीक्षण करने आते हैं लेकिन उन्हें खामियां नजर नहीं आती हैं।
चेनपुलिंग कर भाग रहे युवकों को दबोचा
स्थानीय रेलवे स्टेशन के पूर्वी केबिन के समीप शनिवार की रात लगभग दो बजे उदना से वाराणसी जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में चेनपुलिंग कर भाग रहे चार युवकों को आरपीएफ ने धर दबोचा। जिस समय ट्रेन को रोका गया भारी बरसात हो रही थी लेकिन पहले से जगह-जगह मुस्तैद जवानों के चंगुल से वे बच नहीं सके।