उफनती नदियां उजाड़ रहीं आशियाने, बाढ़ की चपेट में सैकड़ों गांव
उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश से उफनाईं नदियां लगातार डरावनी होती जा रही हैं। तटवर्ती गांवों के मकानों को लील रही हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश से उफनाईं नदियां लगातार डरावनी होती जा रही हैं। तटवर्ती गांवों के मकानों को लील रही हैं। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। तमाम रास्तों पर आवागमन ठप है।
तस्वीरें- शारदा, घाघरा, राप्ती व सरयू मचा रहीं यूपी में तबाही
अवध क्षेत्र में नदियों की तबाही जारी है। सीतापुर में घाघरा में 27 घर समा गए। रेउसा ब्लॉक के निर्मलपुरवा गांव खाली हो गया है। यहां 21 घर कटकर नदी में बह गए हैं। पचीसा में चार और कोनी गांव में दो घर सुबह तक कट गए हैं। मेउड़ी छोलहा ग्राम में पानी चल रहा है। लखीमपुर में शारदा व घाघरा नदियों का जलस्तर बढ़ गया। पलिया में शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई गांवों में फसलें पानी में डूबी हैं। बलरामपुर में राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बलरामपुर-तुलसीपुर के बीच बौद्ध परिपथ, ललिया-महराजगंज तराई मार्ग, गौरा चौराहा-तुलसीपुर मार्ग पर दतरंगवा डिप समेत अन्य मार्गों पर आवागमन ठप है। नगर के पहलवारा मुहल्ले में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बहराइच में घाघरा व सरयू का कहर जारी है। बाढ़ से घिरे दर्जनों गांवों में कच्चे मकान ध्वस्त हो गए हैं। घाघरा लाल निशान से ऊपर है। गोलागंज व कायमपुर में कटान जारी है। वहीं तराई क्षेत्र में बाढ़ पीडि़तों में तेजी के साथ संक्रामक रोग भी फैल रहा है। रायबरेली में तगंगा उफान पर हैं।
गोरखपुर-बस्ती मंडल की सभी नदियां उफना गई हैं। सिद्धार्थनगर जनपद में बाढ़ की स्थिति यथावत है। गोरखपुर में राप्ती और घाघरा शनिवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बस्ती में राप्ती और देवरिया में घाघरा एवं राप्ती नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं।
बरेली में सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढऩे से बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है। बदायूं में गंगा का जल स्तर और बढऩे कई गांवों में पानी भर गया है। राज्यमंत्री ओमकार ङ्क्षसह यादव ने एसडीएम के साथ बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लिया। पीलीभीत में शारदा का कटान नहीं थम रहा है। फसलों समेत भूमि नदी में समा रही है। देर शाम देवहा नदी में उफान की संभावना है। शाहजहांपुर में भी नदियां उफन रही हैं। अलीगढ़ मंडल के एटा और कासगंज में गंगा तटबंधों को तोडऩे के लिए मचल रही है। एक तटबंध पहले ही बह चुका है।
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मालन ने रोका बिजनौर-हरिद्वार मार्ग
पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में हो रही लगातार मूसलाधार बरसात से मालन नदी फिर आपे से बाहर हो गई है। पानी पुल के ऊपर से बह रहा है, जिससे बिजनौर-हरिद्वार मार्ग बंद हो गया। सारा यातायात दूसरे मार्गों पर डायवर्ट किया गया। एक सप्ताह पहले भी मालन में उफान से पुल के ऊपर से पानी बहने लगा था। एक युवक बाइक समेत नदी में बह गया था। काफी मशक्कत के बाद उसे बचाया जा सका। उधर, गंगा का जलस्तर बढऩे से सदर तहसील के करीब दर्जन भर गांवों पर बाढ़ की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है। रावली ब्रह्मपुरी के कई घरों के पास तक पानी आ गया है।