सपा से निष्कासित पवन पांडेय अब भी मंत्री, मुलायम की अदालत में होगी अपील
समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित होने के बाद विधायक तेज नारायण उर्फ पवन पाण्डेय प्रदेश सरकार में मंत्री बने हैं। अब मामला सपा मुखिया मुलायम सिंह की अदालत में ले जाएंगे।
लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित होने के बाद विधायक तेज नारायण उर्फ पवन पाण्डेय प्रदेश सरकार में मंत्री बने हैं। एमएलसी को चाटा मारने के आरोप में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने उन्हें सपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। साथ ही मंत्री पद से बर्खास्तगी के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखा है। हालांकि रात तक मुख्यमंत्री द्वारा पवन को बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश की कोई सूचना नहीं मिली है। इस दौरान पवन पांडेय यह मामला सपा मुखिया मुलायम सिंह की अदालत में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।
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अखिलेश को शिवपाल का पत्र 24 अक्टूबर 2016 को तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पाण्डेय वन राज्यमंत्री द्वारा विधान परिषद सदस्य आशु मलिक के साथ मुख्यमंत्री आवास पांच, कालिदास मार्ग लखनऊ में धक्का-मुक्की और उनकी पिटाई करने जैसे गंभीर दुराचरण व अनुशासनहीन आचरण के कारण उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का कष्ट करें।
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आशू मलिक बनाम पवन पांडेय
पवन पाण्डेय का मुद्दा सोमवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा पार्टी मुख्यालय में बुलाई गई बैठक से जुड़ा हुआ है जहां एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर को लेकर अखिलेश ने आशु मलिक को सच्चाई बताने के लिए कहा था और उसी दौरान शिवपाल ने अखिलेश से माइक छीन लिया था। शिवपाल से नोकझोंक के बाद आशु मलिक को लेकर मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पहुंच गए थे। आशु के मुताबिक मुख्यमंत्री आवास में ही पवन पाण्डेय ने उन्हें थप्पड़ मारा। उन्होंने एफआइआर के लिए तहरीर भी हजरतगंज में दे दी। पूरे मामले पर आज शिवपाल ने पवन पर कार्रवाई की और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा।
मुलायम की अदालत में करेंगे अपील : पवन
वन तेजनारायण पांडेय पवन ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हुई है। मुख्यमंत्री आवास के सीसीटीवी कैमरे झूठ नहीं बोलेंगे। एमएलसी आशु मलिक की तरफ से उन पर लगाए जा रहे आरोप झूठे व बेबुनियाद हैं। बर्खास्तगी से पहले पार्टी नेतृत्व को उनसे जानकारी लेनी थी, ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वह सपा सुप्रीमो मुलायम की अदालत में बर्खास्तगी के खिलाफ अपील कर अपना पक्ष रखेंगे। अपील के बाद नेताजी का आदेश मान्य होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर आशु मलिक के आरोपों के बारे में भी सफाई देंगे। आज गुलाबबाड़ी स्थित पार्टी कार्यालय पर समर्थकों से घिरे पवन ने बर्खास्तगी के लिए चाचा (प्रदेश अध्यक्ष) शिवपाल यादव को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सीएम आवास के सुरक्षा अधिकारी शिवकुमार उसी दिन ऐसी किसी घटना से इन्कार कर चुके हैं। पत्रकारों से उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। बर्खास्तगी के बाद सपा से टिकट न मिलने के सवाल पर राज्यमंत्री ने कहा कि कागज के टुकड़ों से (टिकट) रिश्ते तय नहीं होते। छात्र राजनीति से विधायक व राज्यमंत्री बनाना ये सब नेताजी व मुख्यमंत्री की देन है। वह एहसान फरामोश नहीं। उसे नहीं भूल सकते हैं।