सपा में आंतरिक लोकतंत्र की बात उठाने के लिए लेटर वार
समाजवादी कुनबे में सत्ता को लेकर छिड़े घमासान में अब लेटर वार शुरू है। वह दल के सेनापतियों पर हमला करने को धड़ाधड़ पत्र लिख रहे हैं।
लखनऊ ( राज्य ब्यूरो)। देश के सबसे बड़े सियासी घराने वाली समाजवादी पार्टी में चल रहे सत्ता संग्राम में दो ऐसे कार्यकर्ता कूद पड़े हैं जो पार्टी की सियासी ताकत पर एमएलसी और एमएलए हैं। मगर दल के सेनापतियों पर हमला करने को धड़ाधड़ पत्र लिख रहे हैं। उसे समाजवादी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का हिस्सा होने का तर्क दे रहे हैं।
अब नहीं बचने वाला मुलायम का कुनबा: अजित सिंह
बीतेे 22 सितंबर को विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के पुत्र व एटा सदर के विधायक आशीष यादव ने एक पत्र जारी किया जिसमें प्रो.राम गोपाल यादव पर शराब और भूमाफिया को संरक्षण देने का आरोप था। जमीनों पर कब्जे, पसंदीदा अधिकारियों की तैनाती के जरिये उनके करीबी के बेशुमार धन कमाने का जिक्र था। पत्र में मुलायम सिंह-अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था व्यक्त करते हुए राम गोपाल की बातों से गुमराह न होने की बात कही गयी थी। इस बीच कुछ छोटे कार्यकर्ताओं ने भी मुलायम-अखिलेश को पत्र लिखकर रार खत्म करने का सुझाव दिया मगर किसी ने विवादित बातें नहीं लिखीं।
अखिलेश के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ा, अगली सपा सरकार में मुख्यमंत्री
बुधवार को मैनपुरी-एटा से विधान परिषद सदस्य उदयवीर ने सपा मुखिया मुलायम सिंह को तीन पेज का एक पत्र लिखा, जिसमें शिवपाल यादव को घर की एक सदस्य का सियासी मोहरा ठहराया गया। पत्र में मुख्यमंत्री के विरुद्ध तंत्र-मंत्र कराने से लेकर कई ऐसे इल्जाम लगाए गए जो मुलायम सिंह पर सीधे अंगुली उठाते हैं। इस पत्र की तीखी प्रतिक्रिया होनी थी। वह एमएलसी आशु मलिक की ओर से हुई, उन्होंने पहले फेसबुक की अपनी वॉल पर लिखा कि मुलायम और अखिलेश एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। फिर लिखा- देश के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने वाले मुलायम सिंह पर अंगुली उठाई जाएगी। इस महापुरुष को ताने दिए जाएंगे, कुछ लोग जोश में इतना होश खो देंगे कि उनकी मत मारी जाएगी। वे पागलों की तरह जो चाहेंगे देश के सबसे बड़े राजनrतिक परिवार को जो चाहेंगे बकेंगे। यह पोस्ट वायरल होने पर आशु मलिक ने कहा कि 'मुलायम सिंह यादव के व्यक्तित्व पर वे लोग अंगुली उठा रहे हैं, जिनकी सियासी हैसियत पांच सौ वोट हासिल करने की नहीं है।
समाजवादी कुनबे के घमासान से जनता को कर रही गुमराह : निरंजन ज्योति
विधायक एटा सदर आशीष यादव
हमने सपा परिवार के मुखिया मुलायम सिंह को सच्चाई बतायी थी। किसी के प्रति दुराग्रह नहीं था
उदयवीर सिंह-एमएलसी
नेताजी को गोपनीय पत्र लिखा था, उन्हे अंदरूनी सच्चाई बतायी थी, क्योंकि उन्होंने ही पत्र के जरिये बात रखने का पाठ पढ़ाया है। हमने केवल पार्टी का हित देखा।
आशु मलिक-एमएलसी
मुलायम देश के नेता हैं, उन पर की गई टिप्पणी बर्दाश्त नहीं हो सकती है।
अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश
कार्यकर्ताओं को मर्यादा में रहना चाहिए। मेरे समर्थन के लिए उन्हें पत्र लिखने की आवश्यकता नहीं है।
मुख्यमंत्री ने उदयवीर की क्लास ली
मुलायम सिंह यादव को तल्ख पत्र लिखने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एमएलसी उदयवीर की क्लास ली और पत्र को लेकर पूछताछ की। हालांकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है।