कोहरा और हवाएं बढ़ा रहीं गलन, तीन दर्जन से ज्यादा उड़ानें रद
मौसमी उलटफेर में पूरे उत्तर प्रदेश को घने कोहरे ने ढक लिया। इसके चलते सड़कों पर वाहन रेंगते रहे। तीन दर्जन से उड़ानें रद हो गयीं और ट्रेन संचालन पर असर पड़ा।
लखनऊ (जेएनएन)। मौसमी उलटफेर ने उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से को घने कोहरे से ढक लिया। धुंध के आरपार देखना मुश्किल हो गया। इसके चलते दोपहर बाद तकसड़कों पर वाहन रेंगते रहे। तीन दर्जन से ज्यादा उड़ान रद हो गयीं और ट्रेनों के संचालन पर भी बुरा असर पड़ा। मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही गलन भी बढ़ गयी है। दिन में कुछ देर चली हवा ने शाम को फिर शीतलहर जैसे हालात पैदा कर दिये। कई हादसे भी हुए। ठंड से दो लोगों की मौत हुई।
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पूर्वांचल मंगलवार को दिनभर कोहरे की चपेट में रहा। वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट आने वाली तीन दर्जन उड़ानें और वाराणसी कैंट आने वाली तीन ट्रेनें रद हो गईं। लगभग सारी ट्रेनें विलंबित रहीं। पूरे पूर्वांचल में बर्फीली हवाओं से लोग कांपते रहे। ठंड के चलते गाजीपुर के नेवादा गांव की श्यामा देवी (62) व चंदौली के सिसौड़ा कला के रामकरन प्रजापति (55) की मौत हो गई।इलाहाबाद में गलन का एहसास हुआ। कोहरे की चादर भी सुबह 11 बजे तक छाई रही। नए यमुना पुल पर विजिबिलटी 50 मीटर थी। ट्रेनों की लेटलतीफी बढ़ गई है। वीवीआइपी ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस 5.40 घंटे विलंब से आई। दिल्ली से इलाहाबाद आने वाली एयर इंडिया की दोनों फ्लाइट कैंसिल रही। प्रतापगढ़ में सोमवार रात से कोहरा छाने लगा था। मंगलवार सुबह से ही गलन रही। कौशांबी में भी ठंड हलकान किए रही।
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कानपुर में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। बुंदेलखंड व मध्य यूपी के जिलों में मंगलवार को दिन में 11 बजे के आसपास कोहरा तो छटा, लेकिन सूरज छिपा रहा। नतीजतन दिन भर लोग कड़ाके की सर्दी से जूझने के जतन करते नजर आए। जगह-जगह आग तापकर राहत पाने की जुगत करते दिखे। उन्नाव,कानपुर, कानपुर देहात, फतेहपुर, औरैया, इटावा, कन्नौज, हरदोई तथा फर्रुखाबाद में ठंड ने पूरे तेवर दिखाए। औरैया व इटावा में दुर्घटनाओं में तीन लोग घायल हो गए। बांदा, हमीरपुर, उरई, चित्रकूट तथा महोबा में भी मंगलवार को सुबह दस बजे तक कोहरा छाया रहा।
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ठंड और कोहरे से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। दोपहर बाद थोड़ी देर के लिए निकली हल्की धूप के बावजूद सर्दी चुभती रही। वाहन रेंगते हुए चले। सहारनपुर में पूरे दिन कोहरे की चादर तनी रही। सात ट्रेनें भी कोहरे से लेट हो गईं। बिजनौर में जबर्दस्त कोहरे और ठंड ने लोगों को घरों में कैद होने कर दिया। बुलंदशहर में भी कोहरा दिन भर रहा। कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। हाईवे पर गांव अगवाल के निकट कार व टेंपो की टक्कर में 6 लोग घायल हो गए। मुजफ्फरनगर, बागपत और शामली में घने कोहरे और ठंड का सितम रहा।अलीगढ़ भी कड़ाके की ठंड से कांप उठा। दिनभर सूरज नहीं दिखा। तेज हवा तीर की तरह चुभती रही। एटा और मैनपुरी जिले में सुबह से ही कोहरा छाया रहा, शीतलहर चली। दोपहर बाद धूप तो निकली पर ठंड से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा। शाम होते ही ठंड बढऩे लगी थी। फीरोजाबाद, मथुरा और आगरा में मौसम सामान्य रहा।
मुरादाबाद में सोमवार देर रात से छायी कोहरे की परत दोपहर दो बजे तक पसरी रही। लगभग तीन दर्जन ट्रेनें दो से पंद्रह घंटे तक लेट रहीं। रामपुर, सम्भल, अमरोहा में भी चालकों को दिन में भी वाहनों की लाइट जलानी पड़ी।
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