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खतरे का निशान पार कर यूपी के हजारों गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

उत्तर प्रदेश में उफनाती नदियों का पानी खतरे के निशान को पार कर हजारों गांवों में घुस गया है। हजारों बीघा फसलें जलमग्न हैं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 31 Jul 2016 07:17 PM (IST)Updated: Sun, 31 Jul 2016 07:30 PM (IST)

लखनऊ (जेएनएन)। रौद्र रूप लेती नदियां कहर ढा रही हैं। कई जिलों में नदियों का पानी खतरे के निशान को पार कर गांवों में घुस गया है। हजारों बीघा फसलें जलमग्न हैं। आवागमन बाधित है। सैकड़ों गांव बाढ़ के पानी में घिरे हैं। लोग दूसरी जगह शरण लेने को मजबूर हैं। कटान से तमाम मकान नदियों से समा गए हैं।

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तस्वीरें- शारदा, घाघरा, राप्ती व सरयू मचा रहीं यूपी में तबाही

लखीमपुर में बनबसा बैराज का पानी छोड़े जाने से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पहाड़ी नालों में उफान बरकरार है, जिससे सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बलरामपुर तुलसीपुर के बीच बौद्ध परिपथ, ललिया-महराजगंज तराई मार्ग, गौरा चौराहा-तुलसीपुर मार्ग पर तीन दिन से आवागमन ठप है। श्रावस्ती में राप्ती नदी भाखला बैराज पर खतरे के निशान ऊपर बह रही है।

बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान ऊपर पहुंचकर स्थिर रहा। बाढ़ के पानी से घिरे गांवों के लोग तटबंध पर शरण लेने को विवश हैं। लखीमपुर में शारदा व घाघरा नदियों का लगातार जलस्तर बढ़ रहा। पलिया में शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पलिया व निघासन तहसील क्षेत्र के कई गांवों में फसलें बाढ़ के पानी में डूबी हैं, वहीं धौरहरा तहसील क्षेत्र के गांव हुलासपुरवा में घाघरा की कटान जारी है। लोगों के घर नदी में समा जाने से वे पलायन कर गए हैं। बलरामपुर में राप्ती समेत पहाड़ी नालों में उफान रविवार को भी जारी रहा। राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बलरामपुर-तुलसीपुर के बीच बौद्ध परिपथ , ललिया-महराजगंज तराई मार्ग, गौरा चौराहा- तुलसीपुर मार्ग पर दतरंगवा डिप समेत अन्य मार्गों पर तीन दिन से आवागमन ठप है। करीब चार सौ गांव बाढ़ की जद में हैं। एनडीआरएफ की टीम भी बाढ़ पीडि़तों की मदद में जुटी है। लंच पैकेट वितरित किया जा रहा है।

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बलिया में आज गंगा व घाघरा दोनों के नदियों के तेवर तल्ख रहे। गायघाट में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी है। घाघरा भी अपने रौद्र रूप में रही। आजमगढ़ के देवाराचंल में खतरा बिंदु पार करने के बाद घाघरा नदी आज स्थिर रही। उधर देवारा खास राजा के मुराली का पूरा में खेती योग्य भूमि नदी की धारा में समाती जा रही है।

गाजीपुर में गंगा का जलस्तर फिर बढऩे लगा। भदोही में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी है। मध्य यूपी में हो रहे लगातार बारिश के कारण इस क्षेत्र में बहने वाली नदियां पुन: उफान पर है। फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हरदोई, कन्नौज, कानपुर तथा उन्नाव में गंगा का जलस्तर बढऩे लगा है। कानपुर तथा उन्नाव में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर है। फतेहपुर में गंगा का उफान खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। बांदा में केन, हमीरपुर में बेतवा, चित्रकूट में मंदाकिनी तथा हरदोई में गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ा है। पीलीभीत की शारदा व देवहुति गंगा में लगातार बारिश से उफान आ गया है। पूरनपुर के ट्रांस क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति है। कई गांवों के संपर्क मार्गों पर कई फुट पानी चल रहा है। गजरौला के तिगरी में गंगा लाल निशान की तरफ बढ़ गई है।

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बारिश ने ली पांच की जान

बारिश से कच्चे मकान व दीवारों के गिरने का सिलसिला जारी है। पीलीभीत के भौरियाई में दीवार ढहने से वृद्ध, बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र निवासी 11 वीं के छात्र, आंवला में मकान की छत गिरने से महिला व नवाबगंज में कच्ची दीवार गिरने से वृद्ध की मौत हो गई। बदायंू में अवैध खनने से हुए गड्ढे में बरसात का पानी भर गया, इसमें डूबने से कक्षा चार के छात्र की मौत हो गई।


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