सहारनपुर में धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हालात
लखनऊ। सहारनपुर में कर्फ्यू के पाचवें दिन मिली पाच घटे की ढील के दौरान जीवन पटरी पर लौ
लखनऊ। दंगाग्रस्त सहारनपुर में जनजीवन पाचवे दिन पटरी पर लौटता नजर आया। आज कर्फ्यू में नए और पुराने शहर में बारी-बारी से पाच घटे की ढील दी जा रही है। नए शहर में ढील सुबह साढ़े आठ बजे से कर्फ्यू में ढील दी गई। इस दौरान शहर सामान्य की ओर लौटता दिखा। हालाकि कारोबारियों के चेहरे पर अभी खौफ है। अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी बाजार पूरी तरह से नहीं खुले। पुराने शहर में दो बजे से सात बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। नए शहर में कर्फ्यू में ढील के दौरान किसी तरह की कोई अप्रिय वारदात नहीं हुई। ढील के समय से पहले कर्फ्यू तोड़ने की कोशिश कर रहे लोगों पर अर्धसैनिक बलों ने जरुर सख्ती की। प्रशासन ने दंगे के बाद कार्रवाई के तौर पर कुतुबशेर थाना क्षेत्र के 22 लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि शहर में 100 लोगों की पहचान की गई है,जिनमें से 28 पर रासुका लगाने की तैयारी की जा रही है।
डीआइजी से मिला सिख दल
आज सिख समुदाय के लोगों ने खेल सचिव और डीआइजी से मिलकर अपनी पीड़ा बयान की। सिख समुदाय का कहना था कि अंबाला रोड पर दुकानों में आगजनी से पहले जमकर लूटपाट की गई। चावला इलेक्ट्रानिक्स के मालिक ने बताया की ईद के त्यौहार के चलते उनकी दुकान में इस समय करीब साढ़े तीन करोड़ का माल था। जिसे उपद्रवियों ने लूट लिया।
भाजपा जांच टीम रोकने की कवायद
भाजपा नेता अमित अग्रवाल के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधिमंडल दंगा पीड़ितों और नुकसान का जायजा लेने के लिए सहारनपुर पहुंच रहा है। प्रशासन ने इसे रोकने की कवायद शुरू कर दी है। प्रतिनिधमंडल में भाजपा विधायक सुरेश राणा और रविंद्र भड़ाना भी शामिल है। फिलहाल इनके तीन बजे सहारनपुर पहुंचने की संभावना है।
नुकसान का सर्वे
सहारनपुर में दंगे में दो सौ से अधिक दुकानों में आगजनी व लूटपाट की वारदात हुई। अनुमान के मुताबिक आगजनी में कारोबारियों को करीब डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान हुआ है। प्रशासन ने आधिकारिक आकलन के लिए सर्वे का काम शुरु कराया है